लंदन। इंग्लैंड में महिला और पुरूष क्रिकेटरों के लिये नस्लवाद निरोधक प्रशिक्षण कोर्स शुरू किया जायेगा जबकि एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि एक तिहाई से अधिक अश्वेत, एशियाई और अल्पसंख्यक देशज खिलाड़ियों को खेल में पूर्वाग्रहों का सामना करना पड़ता है।
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‘द टेलिग्राफ’ की रिपोर्ट के अनुसार इन पाठ्यक्रमों में ड्रेसिंग रूम कल्चर, अलग अलग संस्कृतियों से आये लोगों के साथ बर्ताव और अस्वीकार्य चीजों पर विरोध को प्रोत्साहित करने के बारे में बताया जायेगा।
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पेशेवर क्रिकेटर संघ द्वारा कराये गए सर्वे में 600 प्रतिभागियों में से 45 प्रतिशत ने कहा कि साथी खिलाड़ियों ने नस्लवादी टिप्पणी की, दस प्रतिशत ने कोच को और 30 प्रतिशत ने सोशल मीडिया या प्रशंसकों को दोषी ठहराया।
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सर्वे में भाग लेने वाले खिलाड़ियों में से 62 प्रतिशत का मानना है कि नस्लवाद के उन्मूलन को लेकर जागरूक किये जाने से ही हालात सुधरेंगे ।