नागपुर: भारत और श्रीलंका के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में श्रीलंकाई बल्लेबाजों के दयनीय प्रदर्शन से टीम के कोच भी सकते में हैं। श्रीलंका के कोच निक पोथास ने कहा कि VCA स्टेडियम में पिच में कोई ‘भूत’ नहीं था, लेकिन भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन 6 बल्लेबाजों के सीधी गेंद पर आउट होने का उन्हें मलाल है। पोथास ने पहले दिन के खेल के दौरान अपनी टीम के पहली पारी में 205 रन पर सिमटने के बाद यह बात कही।
पोथास ने कहा, ‘विकेट में कोई ‘भूत’ नहीं था। यह स्पिन नहीं कर रहा था और गेंद सीम भी नहीं हो रही थी। 6 खिलाड़ी सीधी गेंद पर आउट हुए। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह कोई हैरानी की बात नहीं है कि रविंद्र जडेजा सीधी गेंदें फेंकते हैं। रविचंद्रन अश्विन और जडेजा ने सीधे स्टंप पर गेंद डालकर विकेट हासिल किए। इस स्तर पर आज सीधी गेंद नहीं चूक सकते। पिछली सीरीज में गेंद स्पिन हो रही थी। आप दुनिया के दो टॉप स्पिनरों की बात कर रहे हैं। यहां विकेट से कुछ मदद नहीं मिल रही थी। बस गेंद थोड़ी तेजी से निकल रही थी। ऐसा विकेट जिस पर गेंदबाज को अधिक मदद नहीं मिल रही हो उस पर हमने स्पिन के खिलाफ 6 विकेट गंवाए।’
उन्होंने कहा, ‘ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ी निराश थे क्योंकि उन्हें अपने लिए उच्च मानक तय किए हैं। उन्हें निराश होना ही चाहिए।’ पोथास ने स्वीकार किया कि कप्तान दिनेश चांदीमल का अश्विवन की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलने का फैसला करने का समय सही नहीं था, हालांकि सकारात्मक रवैया अपनाने की जरूरत थी। उन्होंने कहा, ‘कप्तान ने उस समय यह फैसला किया। हम बल्लेबाजों को क्रीज पर रहने के दौरान फैसला करने का अधिकार देते हैं। उसने बेशक महसूस किया होगा कि रिवर्स स्वीप उस समय रन बनाने का सर्वश्रेष्ठ तरीका था लेकिन यह काम नहीं कर पाया। मैं संभवत: यह कहूंगा कि यह शाट खेलने का समय सर्वश्रेष्ठ नहीं था।’