एक तरफ जहां भारतीय क्रिकेट की रंगारंग लीग इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन का दूसरा चरण संयुक्त अरब अमीरात में खेला जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान क्रिकेट की बदहाली के दौर से गुजर रहा है। हाल ही में न्यूजीलैंड क्रिकेट ने पाकिस्तान दौरे पर पहुंचने के बावजूद मैच खेलने से मना कर दिया और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए स्वदेश लौट गए। कीवी खिलाड़ी अभी अपने स्वदेश पहुंचे भी नहीं थे कि सुरक्षा के मद्देनजर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने भी अपनी पुरुष और महिला टीमों के आगामी पाकिस्तान दौरों को रद्द करने का फैसला सुना दिया। एक के बाद एक लगातार दौरे रद्द होने से पाकिस्तान में क्रिकेट की हालत चरमरा गई है और इस तरह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए-नवेले चैयरमेन रमीज राजा का हाल सिर मुंडाते ही ओले पड़ने जैसा हो गया है।
इतना सब कुछ होने के बावजूद रमीज राजा अपने देश में क्रिकेट की खस्ता हालत और चरमराई सुरक्षा व्यवस्था पर पर्दा डाल रहे हैं और इसके लिए पश्चिमी देशों को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष रमीज राजा ने हाल ही में कहा कि न्यूजीलैंड के बाद इंग्लैंड के भी पाकिस्तान में खेलने से इनकार करने बाद भारत की तरह ये टीमें भी अब उसके निशाने पर आ गयी हैं। राजा ने कहा कि लगता है कि पश्चिमी गुट लामबंद हो गया और अब उनकी टीम का मकसद अब इन तीन टीमों (इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और भारत) को हराना होगा।
ये बात किसी से छिपी नहीं है कि पाकिस्तान पिछले कई दशकों से चरमपंथियों का अड्डा रहा है और इसका असर देश में अदरूनी हालात के साथ क्रिकेट के माहौल पर भी पड़ा है। साल 2009 में लाहौर में श्रीलंकाई टीम पर हुए आतंकी हमले ने पाकिस्तान को न केवल इंटरनेशनल लेवल पर शर्मसार किया बल्कि देश में क्रिकेट के आयोजन पर भी ब्रेक लगा दिया। इसके बाद से पाकिस्तान टीम को मैच खेलने के लिए UAE का रूख करना पड़ा और इस तरह पाकिस्तान में बने वर्ल्ड क्लास क्रिकेट स्टेडियम सूने हो गए।
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पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद आस जगी थी कि देश में फिर से क्रिकेट स्टेडियमों मे बहार आएगी लेकिन ये सिर्फ एक कोरी कल्पना ही साबित हुई। इस दौरान भले ही जिम्बाब्वे और श्रीलंका जैसी कुछ टीमों ने पाकिस्तान में आकर क्रिकेट खेलने की हिम्मत दिखाई लेकिन इसका बहुत ज्यादा फायदा पाकिस्तान क्रिकेट को नहीं हो सका।
इस बीच क्रिकेट जगत में तेजी से उभर रहे अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के तालिबान समर्थित एक बयान ने पाकिस्तान को इंटरनेशनल लेवल पर शर्मसार कर दिया। इस बयान के बाद कई पश्चिमी देशों ने पाकिस्तान से किनारा करना शुरु कर दिया और न्यूजीलैंड और इंग्लैंड टीम द्वारा पाकिस्तान दौरे को रद्द किए जाने के फैसले ने इस बात पर भी मुहर लगा दी कि पाकिस्तान में खेलना अभी भी खतरे से खाली नहीं है।
अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद से भारतीय उपमहाद्वीप में क्रिकेट को भी काफी नुकसान है। पिछले एक दशक में कमाल का सुधार करने वाली अफगानिस्तान क्रिकेट पर फिर से बड़ा संकट खड़ा हो गया है। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कई बड़े खिलाड़ी बोर्ड के भीतर तालिबान के हस्तक्षेप से नाराज है और यही वजह है कि राशिद खान ने T20 वर्ल्ड कप टीम का ऐलान होने के तुरंत बाद अपने कप्तानी पद से इस्तीफा दे दिया। इससे न केवल राशिद जैसे खिलाड़ियों के भविष्य पर खतरा मंडराने लगा है बल्कि अफगानिस्तान क्रिकेट पर फिर से गर्त में जाने का संकट पैदा हो गया है।
इस बीच तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में IPL के प्रसारण पर बैन लगा दिया गया है जिससे वहां के क्रिकेट के फैंस में मायूसी छा गई है। तालिबान का कहना है कि IPL मैच इस्लाम के नियमों के खिलाफ है क्योंकि IPL मैच के दौरान चियर गर्ल और महिलाएं बिना सिर ढके नजर आती है। इससे IPL में खेल रहे अफगानिस्तान के स्टार खिलाड़ी राशिद खान और मोहम्मद नबी के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं।
बता दें, IPL में राशिद खान और नबी की एंट्री के बाद से अफगानिस्तान के कई युवा खिलाड़ियों का एक बड़ा सपना भारतीय लीग में खेलने का था जिस पर अब खतरा मंडरा रहा है। हालांकि तालिबान ने अपने खिलाड़ियों के IPL खेलने पर अभी तक कोई बैन नहीं लगाया है लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए कुछ भी साफ नहीं कहा जा सकता है।
तालिबान के राज में महिलाओं के खेलने पर भी बैन है जिससे अफगानिस्तान में खेलों का बड़ा नुकसान हो रहा है। इसी फैसले के चलते ऑस्ट्रेलिया को अफगानिस्तान के साथ होने वाले एकमात्र टेस्ट को रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
कुल मिलाकर देखें तो तालिबान और पाकिस्तान का गठजोड़ दोनों ही देशों में क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों का भी जमकर नुकसान कर रहा है। यही वजह है कि दोनों देशों में खेलों की हालत बद से बदतर होती जा रही है।