टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज एम एस धोनी को वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के होने वाली टी -20 से बाहर किया तो फैंस इसको लेकर काफी नाराज दिखे। यहां तक सोशल मीडिया पर भी सिलेक्शन कमेटी को ट्रोल किया गया। अब इसी मामले में कप्तान विराट कोहली ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि टी-20 टीम से बाहर होने का फैसला उनका खुद का था और धोनी खुद ही युवाओं को मौका देने चाहते हैं। जिस से यह साफ होता है कि धोनी अपनी जगह युवा पंत को मौका देने चाहते हैं ताकि वो टी20 वर्ल्डकप 2020 तक खुद को तैयार कर लें।
धोनी को टी-20 से बाहर किए जाने पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भी अपनी राय रखी। सचिन ने धोनी के भविष्य के बारे में बात करते हुए कहा,"मैं कभी कोई फैसला नहीं सुनाता। पहले भी मैंने कभी इस तरह की बातें नहीं की कि चयनकर्ताओं को क्या करना चाहिए। धोनी क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में हमेशा से खतरनाक खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने इतने सालों में इसकी जिम्मेदारी भी ली है। मुझे हमेशा से लगता है कि जो खिलाड़ी इतने लंबे समय तक खेलता है, उसे पता होता है कि उसे क्या करने की जरूरत है।"
उन्होंने कहा, "मैं भी उस स्थिति में रहा हूं। मैं जानता था कि मुझे क्या करने की जरूरत है। आप ड्रेसिंग रूम में बैठते हैं और अपने दोस्तों से विचार करते हैं। अपने कोच से कई चीजों पर चर्चा करते हैं और आप काफी हद तक जानते हैं कि आपको क्या करना है। मेरा मानना है कि धोनी बहुत अच्छे से जानते हैं कि क्या चल रहा है और उतने ही ठोस तरीके से जानते हैं कि क्या करने की जरूरत है।"
आपको बता दें धोनी का बल्ला इस साल कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाया है। इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2004 के बाद से धोनी का यह पहला साल रहा है जब धोनी ने पूरे साथ में कोई अर्धशतक ना लगाया हो। इसी के साथ धोनी को वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगमी टी20 सीरीज में भी जगह नहीं मिली है।