नई दिल्ली। शिखर धवन की अगुआई वाली भारत की सफेद गेंद की टीम मुंबई में 14 से 28 जून तक पृथकवास में रहेगी और श्रीलंका के खिलाफ 13 जुलाई से शुरू होने वाली छह मैचों की श्रृंखला के लिये कोलंबो रवाना होने से पहले खिलाड़ियों के एक दिन छोड़कर छह आरटी-पीसीआर परीक्षण होंगे। श्रीलंका जाने वाली टीम के लिये सभी मानक परिचालन प्रक्रियायें (एसओपी) समान होंगी जैसे इंग्लैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल और पांच मैचों की श्रृंखला के लिये ब्रिटेन में मौजूद भारत की टेस्ट टीम के लिये अपनायी गयी थीं।
इसकी जानकारी रखने वाले भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘सभी नियम वैसे ही होंगे जैसे इंग्लैंड रवाना होने के लिये अपनाये गये थे। बाहर के राज्यों से आने वाले खिलाड़ी चार्टर फ्लाइट से आयगें और कुछ कर्मिशियल एयरलाइन की बिजनेस क्लास से यात्रा करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे सात दिन तक अपने ही कमरे में पृथकवास करेंगे और फिर जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण में ‘कॉमन’ स्थान पर मिल सकेंगे। खिलाड़ी अलग अलग समय पर जिम सत्र में हिस्सा ले सकेंगे।’’
तीन मैचों की वनडे श्रृंखला 13 जुलाई से शुरू हो रही है तो उम्मीद है कि भारतीय टीम को व्यक्तिगत ट्रेनिंग सत्र के बाद मैच की परिस्थितियों का अभ्यास कराया जायेगा।
इससे पहले उन्हें कोलंबो में टीम होटल में तीन दिन तक कमरे में अलग रहना होगा। सूत्र ने कहा, ‘‘यह उसी तरह होगा जैसा इंग्लैंड में हो रहा है। मैच की तरह की परिस्थितियां बनायी जायेंगी और टीम के अंदर ही अभ्यास कराया जायेगा। आप अपने मुख्य खिलाड़ियों को पहली ही गेंद पर आउट नहीं होने देना चाहते। हर किसी को ट्रेनिंग की जरूरत है तो ये अभ्यास मैच नहीं होंगे।’’
भारतीय टीम वर्षों से कोलंबो में हमेशा ताज समुद्र होटल में रूकती रही है।