वनडे क्रिकेट में नंबर चार के बाद अब टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया के लिए अब सलामी जोड़ी सरदर्द बनी हुई है। साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और उसके बाद वेस्टइंडीज दौरे पर भी के. एल. राहुल का बल्ला शांत रहा जिसके चलते क्रिकेट दिग्गज से लेकर पंडितों तक ने इस बात को स्वीकारा है कि टीम इंडिया को अब राहुल की जगह दूसरे धाकड़ सलामी बल्लेबाज की खोज शुरू कर देनी चाहिए।
इसी बीच टीम इंडिया के स्टार ओपनर रहे भारत के पूर्व खिलाड़ी व वर्तमान में पूर्व दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने टीम इंडिया को सलामी जोड़ी की समस्या से निपटने के लिए एक ख़ास सुझाव दिया है। जिसमें सौरव गांगुली और वी.वी. एस लक्षमण के बाद उन्होंने भी रोहित शर्मा से टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग करवाने की बात को सही ठहराया।
इंडिया टुडे ग्रुप के स्पोर्ट्स तक से बातचीत में गंभीर ने कहा, " “मैं बिल्कुल सहमत हूं सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण के बयान से। क्योंकि आपने जब केएल राहुल को इतने मौके दिए हैं तो इसमें कोई खराबी नहीं है कि रोहित शर्मा का विश्व कप में जो फॉर्म नजर आया 5 सौ लगाकर आए। उन्हें मौका दे।”
इतना ही नहीं गंभीर ने आगे कहा, "ऐसा नहीं है कि भारत ने पहले कभी वनडे सलामी बल्लेबाज को टेस्ट में ओपन नहीं करवाया हो। वीरेन्द्र सहवाग को देख ले। बाकी आप दीपदास गुप्ता को देख ले तो उन्होंने भी टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग है तो रोहित शर्मा दीपदास की तुलना में बहुत ज्यादा बेहतर हैं।”
गंभीर ने चयनकर्ताओं व टीम मैनजेमेंट को इस बात की सलाह भी दी कि रोहित शर्मा को एक दो नहीं बल्कि ओपनिंग में कई मौके दिए जाने चाहिए जिससे उनकी प्रतिभा का पूरी तरह से आंकलन किया जा सके। गंभीर ने कहा, “रोहित शर्मा को आप इन घरेलू टेस्ट मैचों में मौका देते हैं। क्योंकि आपके पास घरेलू मैदानों में 5-6 टेस्ट मैच हैं। होम कंडिशन में वो अच्छा करते हैं तो मुझे उम्मीद है कि वो बाहर भी अच्छा करेंगे। आपको न्यूजीलैंड के दौरे पर भी जाना है। आपका बाहर का दौरा ऑस्ट्रेलिया का भी है।”
इस तरह गंभीर का मानना है कि रोहित शर्मा के एक बार घरेलू मैदानों में अच्छा करने के बाद उनके अंदर टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग करने का आत्मविश्वास जाग जाएगा। जिससे वो फिर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी अच्छा कर सकते हैं। गंभीर ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया की विकेट रोहित शर्मा को तब सूट कर लेगी लेकिन आप जब बाहर क दौरे पर ही रोहित शर्मा को मौका देंगे तो उनको मुश्किलें हो सकती हैं।”
ऐसे में अंत में जब गंभीर से रोहित शर्मा की टेस्ट क्रिकेट में तकनीकी और खामियों के बारें में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “देखिए मुश्किल तो होने वाला है। हम सबको पता है कि लाल गेंद नया होता है तो ज्यादा हिलता करता है। टेस्ट में तो लाल गेंद दोनों तरफ से बड़ा स्विंग करता है। रोहित शर्मा के पास तकनीकि खामियां थी खासकर टेस्ट क्रिकेट में, वनडे क्रिकेट में ये दिखता नहीं है जितना टेस्ट क्रिकेट में तकनीक को देखा जाता है। वो वनडे क्रिकेट में विश्व के सबसे खतरनाक बल्लेबाज हैं। कई बार ये होता है कि मुझे स्टेबल होना है लेकिन आपको अब किसी को साबित नहीं करना है आप जाए और अपना खेल खेले।“
वहीं, रोहित शर्मा के टेस्ट करियर को लेकर गंभीर ने कहा कि “कहीं ना कहीं मुझे लगता है कि रोहित शर्मा को टेस्ट मैच में मौके मिले हैं। ऐसा नहीं है कि उनको हैंडल ठीक तरीके से नहीं किया गया। मुझे लगता है कि टेस्ट क्रिकेट में जब भी आप नंबर 6 पर खेलते हैं तो कई बार दूसरी नई गेंद मिलती है। उसके बाद रिवर्स स्विंग भी खेलने को मिलता है तो वो स्थान भी उतना आसान नहीं है। जैसा हम टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग को लेकर करते हैं। क्योंकि ये पोजिशन भी उतना ही मुश्किल है क्योंकि वहां भी आपको आमतौर पर दूसरी नई गेंद खेलनी होती है।”
बता दें की फिलहाल रोहित शर्मा का टेस्ट औसत लगभग 40 के आसपास का है जो कि सलामी बल्लेबाज के.एल. राहुल के 34 से ज्यादा है। ऐसे में टीम मैनेजमेंट साउथ अफ्रीका के खिलाफ आगामी अक्टूबर माह में होने वाली टेस्ट सीरीज में रोहित शर्मा को मौका दे सकती है। जो की एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं।