भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बीसीसीआई को खरी-खोटी तब सुनायी जब उसके अधिकारी ने राहुल द्रविड़ को भी 'हितों के टकराव' मामले में नोटिस भेजकर 10 दिन के अंदर सफाई मांगी। इस पर नाराज सौरव गांगुली उर्फ़ दादा ने द्रविड़ के बचाव में कहा, 'भगवान भला करें इंडियन क्रिकेट का।'
द्रविड़ को नोटिस भेजे जाने पर सौरव गांगुली ने ट्वीट करके अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, "भारतीय क्रिकेट में 'हितों के टकराव' नाम का नया फैशन चल रहा है...भारतीय क्रिकेट का भगवान भला करे...अब द्रविड़ को भी बीसीसीआई के एथिक्स अधिकारी ने नोटिस भेज दिया।"
इसके बाद अपने कप्तान सौरव गांगुली का साथ देने ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह भी मैदान में उतर पड़ें और उन्होंने भी कहा भारतीय क्रिकेट को अब खुदा ही बचाए।
बता दें की राहुल द्रविड़ वर्तमान में बैंगलोर स्थित रास्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के कोच हैं। उन पर बीसीसीआई के एथिक्स अधिकारी डी.के. जैन ने नोटिस भेज हितों के टकराव के मुद्दे पर सफाई मांगी है। जैन ने यह फैसला मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के सदस्य संजीव गुप्ता द्वारा की गई शिकायत के बाद लिया है।
एमपीसीए के अजीवन सदस्य गुप्ता ने पहले भी सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली और वीवीएस. लक्ष्मण के खिलाफ भी हितों के टकराव की शिकायत की थी।
बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने आईएएनएस से इस बात की पुष्टि की है और कहा है कि गुप्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि द्रविड़ जो हाल ही में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के निदेशक नियुक्त किए गए हैं वह इंडिया सीमेंट्स के उपाध्यक्ष भी हैं और इस कंपनी के पास आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स का मालिकाना हक भी है।
अधिकारी ने कहा, "हां, द्रविड़ को जैन ने पिछले सप्ताह नोटिस भेजा है और दो सप्ताह के अंदर जवाब मांगा है।"
लेकिन ऐसी भी खबरें हैं कि द्रविड़ और इंडिया सीमेंट्स ने पूर्व कप्तान के एनसीए के मुखिया बनने के बाद करार खत्म करने का फैसला आमसहमति से ले लिया था।
( INPUT WITH IANS )