नई दिल्ली: टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में डकवर्थ लुइस नियम के तहत 26 रन से जीत दर्ज की। इसके साथ ही कोहली एंड कंपनी ने सिरीज़ में भी 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 281 रन बनाए। इसके बाद बारिश के कारण मैच देरी से शुरू हुआ, जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया को 21 ओवर में 164 रन का संशोधित लक्ष्य मिला। इसका पीछा करते हुए कंगारू टीम 9 विकेट खोकर 137 रन ही बना सकी।
हार्दिक पंड्या
टीम इंडिया की जीत के सबसे बड़े हीरो रहे युवा ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या। उन्होंने ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए 83 रन की पारी खेली साथ ही 2 विकेट भी चटकाए। हार्दिक ने 66 गेंदों में 5 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 83 रन बनाए। पंड्या जब बल्लबेाजी करने आए टीम इंडिया 87 रन पर 5 विकेट गंवाकर मुश्किल में नजर आ रही थी। पंड्या और महेन्द्र सिंह धोनी ने 118 रन की साझेदारी कर टीम इंडिया का बेड़ा पार लगाया। इतना ही नहीं पंड्या ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 28 रन देकर दो भी हासिल किए। पंड्या ने कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड का शिकार किया। पंड्या को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए 'मैन ऑफ द मैच' से भी नवाजा गया।
महेन्द्र सिंह धोनी
टीम इंडिया की जीत के दूसरे हीरो रहे महेन्द्र सिंह धोनी। धोनी ने 88 गेंदों में 4 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 79 रन की पारी खेलकर बता दिया कि अभी उनमें काफी क्रिकेट बाकी है। इसके अलावा धोनी ने इस मैच में कई बड़े रिकॉर्ड्स भी अपने नाम किए। धोनी ने इस मैच में इंटरनेशनल क्रिकेट में ना सिर्फ अर्धशतकों का शतक पूरा किया बल्कि उन्होंने मोहम्मद अजहरूद्दीन के (15,593) को पीछे छोड़ भारत के लिए सभी फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पांचवे खिलाड़ी बन गए हैं। इसके बाद फील्डिंग के दौरान भी धोनी ने एक स्टंपिंग और दो कैच लपके।
युजवेंद्र चहल
टीम इंडिया को शुरुआती सफलता जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या ने दिलाईं, तो लोअर ऑर्डर को पवेलियन भेजने का काम युजवेंद्र चहल ने किया। 27 साल के चहल ने ग्लेन मैक्सवेल, मैथ्यू वेड और पैट कमिंस को चलता किया। इसमें सबसे अहम था मैक्सवेल का विकेट क्योंकि वो शानदार लय में नजर आ रहे थे लेकिन उन्हें आउट कर चहल ने टीम इंडिया को बड़ी राहत दिलाई। मैक्सवेल 18 गेंदों में 39 रन बनाकर आउट हुए।