क्राइस्टचर्च| कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि भारतीय तेज गेंदबाजों की बढ़ती उम्र के कारण टीम के थिंक टैंक ने निकट भविष्य में तेज गेंदबाजों की नई पीढ़ी तैयार करने की जरूरत महसूस की है। जसप्रीत बुमराह के कई और वर्षों तक टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करने की उम्मीद है लेकिन इस साल 32 वर्ष के होने वाले इशांत और 29 साल के मोहम्मद शमी पहले ही अपने खेल के शीर्ष पर पहुंच चुके हैं। इसके अलावा उमेश यादव भी इस साल 33 साल के हो जाएंगे।
अगले कुछ वर्षों की योजना को छिपाए बिना कोहली ने कहा, ‘‘ये खिलाड़ी अब युवा नहीं होने वाले, इसलिए हमें बेहद सतर्क और जागरूक रहना होगा और स्वीकार करना होगा कि यह स्थिति है जिसका हमें सामना करना पड़ सकता है और हमारे पास ऐसे खिलाड़ी होने चाहिए जो उनकी जगह ले सकें।’’
इशांत का रिहैबिलिटेशन अच्छा नहीं रहा जिसके कारण उनके टखने की चोट दोबारा उभर गई और पिछले दो साल में शमी पर पड़ा बोझ संकेत है कि शायद अगले दो साल में टीम को तेज गेंदबाजी विभाग में बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए।
नई प्रतिभाओं पर ध्यान देने का संकेत देते हुए कोहली ने कहा, ‘‘बड़ी तस्वीर देखें तो हमें यह पहचान करने की जरूरत है कि अगले तीन-चार खिलाड़ी कौन होंगे जो स्तर को बरकरार रख सकें क्योंकि आप नहीं चाहते कि अगर अचानक कोई बाहर हो जाए तो उसकी कमी महसूस हो।’’
कोहली ने कहा, ‘‘क्रिकेट में ऐसा ही होता है। समय-समय पर छोटे स्तर पर बदलाव के दौर का सामना करना पड़ता है और आपको इसकी जानकारी होनी चाहिए। ऐसा नहीं हो सकता कि आप किसी खिलाड़ी का इस्तेमाल करें और जब वह जाए तो आपके पास कोई विकल्प ही न हो। मुझे लगता है कि एक टीम के रूप में हमें पता है कि इस तरह की चीजें संभव हैं।’’
कप्तान ने कहा कि नवदीप सैनी पहले ही टीम का हिस्सा हैं जबकि दो या तीन और नाम हैं जो योजना का हिस्सा हैं। कोहली ने कहा, ‘‘सैनी प्रणाली का हिस्सा बन चुका है। इसके अलावा दो या तीन और खिलाड़ियों पर हमारी नजर है। हमें सतर्क रहने की जरूरत है और समझना होगा कि इससे (तेज गेंदबाजों से) हमें काफी सफलता मिली है और हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि यह स्तर ऊंचा रहे।’’