जोहान्सबर्ग में हराया, अब डरबन में जीत से सबको डराया। इतिहास में इस जीत को याद रखा जाएगा। अब कभी डरबन के अभेद किले पर दक्षिण अफ्रीका नहीं इतराएगा क्योंकि उसे हमेशा कोहली का ये ऐतिहासिक शतक याद आएगा।
इसमें कोई दो राय नहीं कि डरबन में मिली इस ऐतिहासिक जीत में सबसे बड़ा योगदान कप्तान विराट कोहली की शतकीय पारी का ही रहा। कोहली के अलावा आजिंक्य रहाणे ने भी शानदार 79 रन की पारी खेली। विराट और रहाणे के बीच 189 रन की रिकॉर्ड साझेदारी ने दक्षिण अफ्रीका के 270 रनों के टारगेट को छोटा साबित कर दिया। बल्लेबाजों से पहले मैच में गेंदबाजों ने भी कमाल किया। कुलदीप यादव ने 34 रन देकर दक्षिण अफ्रीका के 3 विकेट चटकाए तो युजवेंद्र चहल की भी फिरकी के आगे अफ्रीकी टीम बेदम दिखी। चहल ने 45 रन देकर 2 विकेट लिए।
कुलदीप और चहल की धारदार गेंदबाजी की बदौलत दक्षिण अफ्रीकी टीम 50 ओवरों में आठ विकेट पर 269 रन ही बना सकी। भारत ने डरबन में पहली बार दक्षिण अफ्रीका को वनडे में हराया है। दक्षिण अफ्रीका घर पर 17 वनडे के बाद पहला मैच हारा है। जीत के साथ सीरीज़ में भारत ने 1-0 की बढ़त बना ली है।
डरबन को मिनी इंडिया कहा जाता है, लेकिन आज तक दक्षिण अफ्रीका को यहां हराने का स्वाद कैसा होता है, ये शायद नहीं पता था. लेकिन विराट कोहली की कप्तानी में इस टीम ने दिखा दिया कि जो पहले ना हुआ वो अबकी बार होगा। पहले गेंदबाज़ों ने कमाल किया फिर बल्लेबाज़ों ने दिखाया कि आखिर क्यों इस बैटिंग आक्रामण को दुनिया भर में नंबर वन माना जाता है।