टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता ने वेस्ट इंडेज दौरे के लिए कल टीम इंडिया का ऐलान किया। जिसमें सबकी निगाहें नंबर चार की पहली हल करने और वेस्टइंडीज दौरे पर जाने से मना करने वाले महेंद्र सिंह धोनी की जगह किसे-किसे मौका मिलता है, इन सब बातों पर थी। ऐसे में जैसे ही चयनकर्ता एम. एस. के प्रसाद ने ऋषभ पंत को टीम इंडिया के भविष्य का मुख्य विकेट कीपर बताया वैसे ही शायद बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज विश्व कप खेल कर आए दिनेश कार्तिक के करियर का लगभग अंत हो गया। कार्तिक को धोनी के बैकअप विकेटकीपर के तौर पर विश्वकप 2019 की टीम में शामिल किया गया था।
एक साल पहले अंतिम गेंद पर छक्का मारकर टीम इंडिया को निदहास ट्राफी जीताने वाले दिनेश कार्तिक ने टीम इंडिया में इस बार फिनिशर की भूमिका में नई पहचान बनाई थी। मगर विश्व कप में कुछ ख़ास ना कर पाने के कारण दिनेश कार्तिक को एक बार फिर टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखाया गया है।
कार्तिक को विश्व कप में सिर्फ 3 मैच खेलने का मौका मिला। लेकिन वे उनमें कुछ खास नहीं कर पाए। तीन मैच में से दो में कार्तिक को बल्लेबाजी करने का मौका मिला। उन्होंने दो पारियों में 7 के औसत से 14 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइकरेट 41.18 का रहा, जिसमें सिर्फ 2 चौके शामिल थे। कार्तिक से ज्यादा मौके केदार जाधव को दिए गए थे। जाधव ने भी वर्ल्ड कप में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया था। लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें विंडीज दौरे के लिए टीम में बनाए रखा है।
ऐसे में कार्तिक को बाहर करने के पीछे की वजह उनकी उम्र के साथ-साथ उनका 2023 विश्वकप के प्लान में फिट ना बैठना भी माना जा रहा है। टीम मैनजेमेंट अभी से 2023 विश्व कप के लिए टीम बनाने में जुट गया है। जिसके चलते 34 साल के हो चुके कार्तिक को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। दूसरी तरफ ऋषभ पंत को टीम इंडिया का प्रमुख विकेट कीपर बताने के बाद अब कार्तिक के लिए वापसी करना लगभग नामुमकिन है क्योंकि टीम मैनजेमेंट अब पूरी तरह से विकेटकीपिंग में युवाओं को मौका देना चाहता है।
हालांकि टेस्ट क्रिकेट में रिद्धिमान साहा को फिर से मौका दिया गया है। साहा की उम्र भी लगभग कार्तिक के बराबर ही है। साहा को चुनते हुए मुख्य चयनकर्ता ने कहा कि अगर कोई सीनियर खिलाड़ी चोट के बाद वापस आता है तो उसे प्राथमिकता मिलेगी।
बता दें कि कार्तिक ने अपने 15 साल का अंतराष्ट्रीय करियर में 94 वनडे खेलते हुए 1752 रन, जबकि 26 टेस्ट मैचों में 1025 रन बनाए हैं। वही टी20 की बात करें तो 32 मैचों में 33 की औसत से उनके नाम 399 रन है।