पीसीबी ने शुक्रवार को कहा कि अगर टेस्ट लेग स्पिनर दानिश कनेरिया क्लब या घरेलू क्रिकेट खेलना फिर से शुरू करना चाहता है तो उन्हें इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से संपर्क करना चाहिए।
साल 2012 से बैन झेल रहे हताश कनेरिया अपनी आजीविका कमाने के लिए क्रिकेट गतिविधियों को फिर से शुरू करना चाहता है, लेकिन पीसीबी का कहना है कि ईसीबी उन्हें सजा दी है, तो ऐसे में वो ज्याद कुछ नहीं कर सकता है।
पीसीबी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "ईसीबी भ्रष्टाचार रोधी संहिता का अनुच्छेद 6.8 इस मामले में लागू है जिसमें साफ लिखा है कि भ्रष्टाचार रोधी पंचाट के प्रमुख, जिसने एक खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगाया है, उसके पास खिलाड़ी को भाग लेने की अनुमति देने का अधिकार है। इसलिये आपको ईसीबी से अपील की सलाह दी जाती है।’’
गौरतलब है कि कनेरिया पाकिस्तान के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले दूसरे हिंदू क्रिकेटर हैं। इंग्लिश काउंटी मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के लिए ईसीबी द्वारा आजीवन बैन किए जाने से पहले उन्होंने 61 टेस्ट मैचों में 261 विकेट हासिल किए थे।
कनेरिया ने साल 2009 में काउंटी क्रिकेट मैच के दौरान स्पॉट फिक्सिंग की घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद उन्होंने 9 साल बाद 2018 में इस बात को कबूल किया। हालांकि कनेरिया ये भी कहा था कि उन्हें अपने किए पर पछतावा है और उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से यह अपील की है उनके उपर बैन को हटा लिया जाए ताकि वह एक बार फिर से नई शुरुआत कर सके।