अपना दूसरा टी20 अंतरराष्ट्रीय खेल रहे महीश थीक्षना और वानिंदु हसरंगा की शानदार फिरकी गेंदबाजी के बाद भानुका राजपक्षे (नाबाद 42) और अविष्का फर्नांडो (नाबाद 30) की 74 रन की अटूट साझेदारी से श्रीलंका ने सोमवार को यहां आईसीसी टी20 विश्व कप में नामीबिया के खिलाफ सात विकेट की शानदार जीत दर्ज की।
नामीबिया को 19.3 ओवर में 96 रन पर आउट करने के बाद श्रीलंका ने महज 13.3 ओवर में तीन विकेट पर 100 बनाकर टूर्नामेंट के शुरूआती चरण के ग्रुप ए मैच में जीत दर्ज की। मैन ऑफ द मैच थीक्षना ने चार ओवर में 25 रन देकर तीन जबकि हसरंगा ने इतने ही ओवर में 24 रन देकर दो विकेट झटके। लाहिरु कुमारा ने भी 3.3 ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च कर दो सफलता हासिल की।
चमिका करूणारत्ना और दुश्मंता चमीरा को एक-एक सफलता मिली। नामीबिया के लिए क्रेग विलियम्स (29) और कप्तान एरार्ड इरास्मस (20) ही कुछ अच्छी बल्लेबाजी कर सके। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 39 रन की साझेदारी की। इन दोनों के अलावा केवल जेजे स्मिट (नाबाद 12) ही दहाई के आंकड़े में रन बना सके। लक्ष्य का पीछा करते समय श्रीलंका की टीम 26 रन पर तीन विकेट गंवाकर मुश्किल में थी लेकिन फर्नांडो और राजपक्षे ने चौथे विकेट के लिए शानदार अटूट साझेदारी कर 39 गेंद शेष रहते टीम को लक्ष्य के पार पहुंचा दिया।
दोनों में राजपक्षे ज्यादा आक्रामक रहे। उन्होंने 27 गेंद की पारी में चार चौके और दो छक्के जड़े। फर्नांडो ने 28 गेंद की नाबाद पारी में दो छक्के लगाये। इससे पहले कुसल परेरा (11) ने पारी के दूसरे ओवर में ट्रेपलमन का स्वागत लगातार दो चौके से किया लेकिन इसी ओवर की पांचवीं गेद पर स्मिट को कैच देकर आउट हो गये। बर्नार्ड स्कोल्ट्ज ने अगले ओवर में पथुम निंसका (05) के पगबाधा कर श्रीलंका को दूसरा झटका दिया।
लय हासिल करने के लिए जूझ रहे दिनेश चांदीमल का बल्ला एक बार फिर खामोश रहा। स्मिट ने विकेटकीपर जेन ग्रीन के हाथ कैच कराकर कर पांच रन की उनकी पारी को खत्म किया। तीसरा झटका लगने के बाद बाद श्रीलंका की टीम दबाव में थी लेकिन अविष्का फर्नांडो ने इसी ओवर में छक्का जड़ दिया। पावरप्ले के बाद श्रीलंका का स्कोर तीन विकेट पर 36 था। भानुका राजपक्षे ने सातवें और आठवें ओवर में चौका लगाने के बाद नौवें ओवर में छक्का जड़ रन गति को बनाये रखा। पारी के नौवें ओवर में यान फ्रीलिंक की गेंद पर स्कोल्ट्ज ने उनका आसान कैच टपका दिया।
राजपक्षे और फर्नांडो ने इसके बाद संभल कर खेलते हुए स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाया। फर्नांडो ने 13वें ओवर कर पहली गेंद पर छक्का लगाकर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचा दिया तो राजपक्षे ने 14वें ओवर में यान फ्रीलिंग की गेंद पर छक्का लगाकर टीम की जीत और रनों का शतक पूरा किया। श्रीलंका ने इससे पहले टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया और शुरू से कसी हुई गेंदबाजी की। इसका फायदा तीसरे ओवर में गेंदबाजी के लिए आये महीश थीक्षना को हुआ। उन्होंने अपनी पहली गेंद पर ही स्टेफान बार्ड (07) को हसरंगा के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा।
छठे ओवर में दूसरे सलामी बल्लेबाज जेन ग्रीन ने थीक्षना की पहली गेंद पर छक्का लगाया लेकिन चौथी गेंद पर वह दासुन शनाका को कैच देकर आउट हो गये। कप्तान एरार्ड इरास्मस ने आठवें ओवर में हसरंगा के खिलाफ दो चौके लगाकर रन गति तेज करने की कोशिश की लेकिन अगले तीन ओवर में टीम 12 रन ही जुटा सकी। क्रिग विलियमसन ने 12वें ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का जड़ा, जिससे टीम ने इस ओवर में 10 रन बटोरे लेकिन अगले ओवर में लाहिरु कुमारा ने हसरंगा के हाथों कैच कराकर इरास्मस को चलता किया।
हसरंगा ने इसके बाद विलियम्सन को पगबाधा कर 36 गेंद में उनकी 29 रन की पारी को खत्म किया। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी डेविड वाइसी (06 रन) भी बल्ले से कुछ कमाल करने में नाकाम रहे। वह 15वें ओवर में करुणारत्ने की गेंद पर पगबाधा हुये। टीम ने 17 रन के अंदर आखिरी के आखिरी छह विकेट गंवा दिये। श्रीलंका की खिलाड़ी इस मैच में देश के पहले टेस्ट कप्तान बांदुला वर्णपुरा को श्रद्धांजलि देने के लिए बांह पर काली पट्टी के साथ मैदान पर उतरे थे। वर्णपुरा का दिन में निधन हो गया था।