कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाला टी-20 विश्व कप का स्थगित होना लगभग तय हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक अब आईसीसी के इस बड़े टूर्नामेंट को साल 2022 में कराए जाने की संभावना है। ऐसे में इस साल अनिश्चित समय के लिए स्थगित हुए इंडियन प्रीमियर लीग के आयोजन के लिए अक्टूबर-नवंबर में विडों मिलने की पूरी संभवाना दिख रही है।
हालांकि अभी तक टी-20 विश्व कप के स्थगन को लेकर कोई भी औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। टी-20 विश्व कप को लेकर आईसीसी के सभी सदस्य बोर्ड गुरुवार 28 मई को टेली कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक बैठक करेंगे जिसमें यह फैसला लिया जा सकता है।
ऐसे में कोरोना वायरस महामारी के कारण आईसीसी के इस बड़े इवेंट को स्थगित किया जाता है तो आने वाले महीनों में सभी देश सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए बायलेटरल सीरीज की अपनी योजनाओं पर भी काम कर सकते हैं।
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नाम नहीं बताने के शर्त पर आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने पीटीआई से कहा, ''गुरुवार को होने वाली बैठक में टी-20 विश्व कप स्थगित करने पर विचार विमर्श महज अब औपचारिक रह गया है। अब बस इसकी घोषणा की जानी बाकी है।''
उन्होंने कहा, ''टी-20 विश्व कप के इस साल आयोजन होने की संभावना बहुत ही कम है और मुझे नहीं लगता है इस फैसले से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और बाकी अन्य बोर्ड को किसी तरह की कोई परेशानी होगी।''
आपको बता दें कि पीटीआई-भाषा ने 15 मई की अपनी रिपोर्ट में कहा था कि क्रिस टेटले की अगुवाई वाली आईसीसी प्रतियोगिता समिति कई विकल्प सामने रखेगी और इसमें एक विकल्प यह हो सकता है कि सदस्य ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टूर्नामेंट को अक्टूबर – नवंबर 2022 तक स्थगित कर सकते हैं जबकि भारत 2021 में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार टी20 विश्व कप की मेजबानी करेगा।
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इसका यह भी निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि भारत इस साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगा क्योंकि सदस्य देश महामारी के कारण पैदा हुए वित्तीय संकट से उबरने के लिये बायलेटरल सीरीज को प्राथमिकता दे सकते हैं। बोर्ड के सदस्य ने यह भी कहा कि यह केवल सदस्य देशों से ही नहीं बल्कि प्रसारक स्टार स्पोर्ट्स से जुड़ा मुद्दा भी है जिसके पास संयोग से आईसीसी प्रतियोगिताओं के साथ साथ भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) और आईपीएल के भी प्रसारण अधिकार हैं।
बीसीसीआई प्रसारण करार से जुड़े एक सूत्र ने कहा, ‘‘कुछ सवाल है जिन पर गौर करने की जरूरत है। इनमें फरवरी-मार्च 2021 में टी20 विश्व कप के आयोजन की व्यावसायिक व्यावहार्यता है। इससे पहले अक्टूबर-नवंबर में आईपीएल का आयोजन फिर अगला आईपीएल मार्च से मई के बीच आयोजित करना शामिल है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह से हम छह महीने के अंदर तीन बड़ी प्रतियोगिताओं के आयोजन पर ध्यान दे रहे हैं। ’’ उन्होंने उन बायलेटरल सीरीज का जिक्र किया जिन पर बीसीसीआई सहमति जताएगा।
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सूत्र ने कहा, ‘‘भारत निश्चित तौर पर ऑस्ट्रेलिया जाएगा और इंग्लैंड पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिये भारत आएगा। जहां तक साउथ अफ्रीका में टी20 सीरीज का सवाल है तो यह साउथ अफ्रीका को फैसला करने दो कि जहां तक आईसीसी के नीतिगत मामले हैं, उनमें उसकी स्थिति क्या है। ’’
आईपीएल का आयोजन भारत में उस समय कोविड-19 की स्थिति पर निर्भर करेगा। केंद्र सरकार स्थिति को सामान्य करने की कोशिश कर रही है और ऐसे में यह टूर्नामेंट पांच सप्ताह के अंदर आयोजित किया जा सकता है। आईसीसी बोर्ड भारत में होने वाले टी20 विश्व कप 2021 में करों के छूट के मसले पर भी चर्चा कर सकता है।
बीसीसीआई ने लॉकडाउन के कारण इस पर सरकार का स्पष्ट रवैया जानने के लिये और समय देने के लिये कहा है। आईसीसी के नये चेयरमैन के लिये नामांकन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इंग्लैंड एंव वेल्स क्रिकेट बोर्ड के पूर्व चेयरमैन कोलिन ग्रेव्स को इस पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है लेकिन बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली भी इसकी दौड़ में शामिल हो सकते हैं।