ICC T20 वर्ल्ड कप का आगाज 17 अक्टूबर से UAE और ओमान की संयुक्त मेजबानी में हो रहा है। T20 वर्ल्ड कप के ज्यादातर मैच UAE में खेले जाएंगे जिसमें शारजाह क्रिकेट स्टेडियम दर्शक क्षमता (27000) के लिहाज से सबसे बड़ा स्टेडियम है।
शारजाह क्रिकेट स्टेडियम न केवल UAE के सबसे पुराने स्टेडियम में से एक है बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक अलग पहचान रखता है। शारजाह की जब भी बात होती है तब क्रिकेट फैंस के जेहन में सचिन तेंदुलकर की वो तूफानी पारी की यादें ताजा हो जाती है जिसे 'डेजर्ट स्टॉर्म' के नाम से जाना जाता है।
सचिन तेंदुलकर की 'डेजर्ट स्टॉर्म' नाम से मशहूर ये पारी 22 अप्रैल 1998 को ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ आई थी जिसमें उन्होंने 131 गेंदों पर 143 रनों बनाए थे। यही वजह है कि शारजाह की गिनती सबसे यादगार क्रिकेट स्टेडियमों में होती है।
शारजाह क्रिकेट स्टेडियम 1980 के दशक की शुरुआत में बनकर तैयार हुआ था और यहां पहला इंटरनेशनल वनडे मुकाबला 6 अप्रैल 1984 को पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच खेला गया जो एशिया कप का हिस्सा था। वहीं, पहला T20 मुकाबला 3 मार्च 2013 को अफगानिस्तान और स्कॉटलैंड के बीच खेला गया।
इस मैदान पर अब तक कुल 14 T20 मुकाबले खेले गए हैं जिसमें 9 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत हासिल की जबकि 4 बार लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने बाजी मारी। एक मैच बेनतीजा रहा।
यहां पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम का औसत स्कोर 149 जबकि चेज करते हुए औसत स्कोर 131 रन का रहा है। इस मैदान पर सर्वोच्च टीम स्कोर- 215/6 है जो अफगानिस्तान ने 2016 में बनाया था। वहीं, न्यूनतम टीम स्कोर 90 रन रहा है।
शारजाह में सबसे बड़ा रनचेज 140 रन का रहा है जो अफगानिस्तान ने स्कॉटलैंड के खिलाफ किया था जबकि सबसे कम स्कोर डिफेंड करने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम है जो नवंबर 2015 में पाकिस्तान के खिलाफ 154 रन का बचाव किया था।