नामीबिया के खिलाफ 9 विकेट से जीत के साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम के अभियान का ICC T20 वर्ल्ड कप 2021 में अंत हो गया। टीम इंडिया को सुपर-12 राउंड में शुरुआती दो मुकाबलों में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। इन 2 हार के बाद भारत पर वर्ल्ड कप से बाहर होने का खतरा मंडराने लगा था और फिर न्यूजीलैंड द्वारा अफगानिस्तान को पटखनी देने के साथ ही टीम इंडिया के सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना चकनाचूर हो गया।
भारत भले ही अफगानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया जैसी टीमों को हराने में कामयाब रहा लेकिन शुरुआती दो मैचों में करारी हार झेलने के बाद अपने ग्रुप की पाइंट्स टेबल में काफी पिछड़ गया जिससे पाकिस्तान और न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल का टिकट आसानी से अपने नाम कर लिया। साल 2012 के बाद ये पहली बार है जब भारतीय टीम ICC के किसी टूर्नामेंट के नॉकआउट में जगह नहीं बना सकी।
रवि शास्त्री ने बताया T20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के निराशाजनक प्रदर्शन का कारण
टीम इंडिया के इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद जहां भारतीय क्रिकेट फैंस के बीच मायूसी हैं तो वहीं क्रिकेट के जानकार भारतीय खिलाड़ियों और BCCI की सिलेक्शन कमेटी पर सवाल खड़े कर हैं। T20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के लचर प्रदर्शन के पीछे वैसे तो कई वजहें रही लेकिन ये बड़े कारण टीम को टूर्नामेंट से बाहर कराने वाले साबित हुए हैं।
IPL की थकान ने खिलाड़ियों को किया पस्त
भारतीय क्रिकेट टीम कोविड के माहौल में पिछले कई महीनों से क्रिकेट खेल रही है जिसमें IPL और इंग्लैंड का दौरा शामिल है। टीम इंडिया के ज्यादातर खिलाड़ी इंग्लैंड का लंबा दौरा खत्म करने के तुरंत बाद UAE पहुंचे और IPL 14 के दूसरे चरण में खेलने के लिए उतर गए। 15 अक्टूबर को IPL के समापन के बाद भारतीय खिलाड़ी T20 वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुट गए। ऐसे में लगातार 2 बड़े टूर्नामेंट खेलने के बाद वर्ल्ड कप में भारतीय खिलाड़ियों के खेल में मानसिक और शारीरिक थकान साफ देखी जा सकती थी। इस बात की तस्दीक कोच रवि शास्त्री ने भी T20 वर्ल्ड कप में भारत के आखिरी मैच से तुरंत पहले की। शास्त्री ने टीम इंडिया के निराशाजनक प्रदर्शन को लेकर कहा, "मैं कोई बहाना नहीं बनाना चाहता लेकिन खिलाड़ी पिछले 6 महीने से बायो-बबल में जी रहे हैं। वे इंसान हैं, मशीन नहीं। यहां तक कि आईपीएल और T20 वर्ल्ड कप के बीच भी अंतर होना चाहिए था।"
खिलाड़ियों के चयन पर उठे सवाल
T20 वर्ल्ड कप में भारत के लचर प्रदर्शन के पीछे टीम का सिलेक्शन भी एक बड़ा कारण रहा। भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए जिस टीम का ऐलान किया उसमें युजवेंद्र चहल, शिखर धवन और मोहम्मद सिराज जैसे बड़े नाम नदारद थे। इन तीनों खिलाड़ियों ने UAE में खेले गए IPL 2021 के दूसरे चरण में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन वर्ल्ड कप टीम में जगह नहीं बना सके। इसके इतर हार्दिक पांड्या, राहुल चाहर और भुवनेश्नवर कुमार जैसे खिलाड़ियों को मौका दिया गया जिनका हालिया फॉर्म कुछ खास नहीं रहा। पहले 2 मैचों में शामिल किए गए हार्दिक पांड्या बल्ले से कुछ कमाल नहीं दिखा सके और गेंदबाजी में नदारद नजर आए।
Thank You Captain Kohli: बतौर कप्तान T20I क्रिकेट में विराट कोहली ने खेला आखिरी मैच
टूर्नामेंट के बीच नया प्रयोग साबित हुआ घातक
भारतीय टीम ने T20 वर्ल्ड में अपने अभियान का आगाज पाकिस्तान के खिलाफ किया जिसमें उसे 10 विकेट करारी हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही वर्ल्ड कप में भारत का पाकिस्तान के खिलाफ अजेय रिकॉर्ड भी टूट गया। ये मुकाबला भारतीय टीम को आईना दिखाने वाला था लेकिन अगले मैच में भी कप्तान विराट कोहली ने पाकिस्तान से मिली हार से कोई सबक नहीं लिया। न्यूजीलैंड के खिलाफ कप्तान विराट कोहली ने बल्लेबाजी आर्डर में प्रयोग करने की कोशिश करते हुए ओपनिंग में रोहित की जगह ईशान किशन को उतार दिया और यही फैसला भारतीय टीम के लिए घातक साबित हुआ। इस मैच में भारत का कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका और टीम महज 110 रन ही बना सकी। इसके जवाब में कीवी टीम ने 8 विकेट से मैच अपने नाम कर लिया। इस हार के साथ ही टीम इंडिया का वर्ल्ड कप में आगे का सफर लगभग समाप्त हो गया।