भारतीय क्रिकेट टीम इस समय विश्व टी-20 रैंकिंग में पांचवें नंबर पर है। कप्तान विराट कोहली ने अब इसका बचाव करते हुए कहा है कि इसके बारे में ज्यादा सोचा नहीं जा सकता है क्योंकि हाल के समय में भारत ने अपनी मजबूत प्लेइंग इलेवन को मैदान पर नहीं उतारा है। अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए भारत इस समय युवाओं को मौका दे रहा है और एक मजबूत पूल तैयार करने की कोशिश कर रहा है।
भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार से वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू होने जा रहे तीन मैचों की टी-20 सीरीज में अपना दबदबा कायम रखने उतरेगी।
कोहली ने मैच की पूर्वसंध्या पर संवाददाताओं से कहा, "हमें पहले बल्लेबाजी पर ध्यान देने और फिर कम स्कोर का बचाव करने पर ध्यान देने की जरूरत है। ये वे दो चीज हैं, जिसपर हमें वास्तव में ध्यान देने की जरूरत है। टी-20 एक ऐसा प्रारुप है जिसमें आप वनडे और टेस्ट से ज्यादा प्रयोग कर सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "आप इस छोटे प्रारुप में युवाओं को ज्यादा मौके देना चाहते हैं। अब तक हमने अपने सबसे मजबूत अंतिम एकादश के साथ नहीं खेला है, इसलिए मेरा मानना है कि टी-20 रैंकिंग के बारे में ज्यादा सोचना सही नहीं है।"
कप्तान ने आगे कहा, "हमारी मानसिकता अभी ऐसी है कि रैंकिंग के उपर ज्यादा ध्यान नहीं देंगे। अब हम टी-20 विश्व कप की तरफ बढ़ रहे हैं तो हमें अपनी सर्वश्रेष्ठ को मैदान पर उतारना होगा। उम्मीद है कि विश्व कप में जाने तक हम अपनी सबसे मजबूत अंतिम एकादश के साथ खेल रहे होंगे।"
कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई टी-20 सीरीज में आराम करने का फैसला लिया था। उन्होंने कहा कि उनका काम अब बल्लेबाजी में स्थिरता लाना और मध्यक्रम में टीम को नियंत्रण प्रदान करना है।
कोहली ने कहा, "मैं टीम में वापसी कर रहा हूं तो मेरी जिम्मेदारी है कि मध्यक्रम बल्लेबाजी में नियंत्रण अपने पास रखूं। किसी एक को तो लंबी पारी खेलनी होगी और दूसरे को अच्छी रनगति से स्कोर को आगे बढ़ाना होगा। छोटे प्रारुप में बल्लेबाजी क्रम मायने नहीं रखता है आपको बस टीम के लिए अच्छे से करना काम करना होगा।"