भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कई ऐसे टेस्ट मैच खेले गए हैं जिसमें भरपूर रोमांच होता है। ऐसा ही एक टेस्ट मैच 2010 में मोहाली के मैदान पर खेला गया था जहां भारत ने मेहमान टीम पर एक विकेट से जीत दर्ज की थी। भारत की इस जीत में अहम भूमिका वीवीएस लक्ष्मण ने निभाई थी। उस मैच में लक्ष्मण पीठ के दर्द से जूझ रहे थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने 73 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
आखिरी दिन भारत को जीत के लिए 216 रनों की जरूरत थी। एक समय ऐसा आ गया था जब भारत ने 124 के स्कोर पर अपने 8 विकेट खो दिए थे। उस समय यह जीत काफी मुश्किल दिखाई दे रही थी, लेकिन लक्ष्मण ने पहले इशांत शर्मा के साथ 81 रनों की साझेदारी की और फिर उसके बाद प्रज्ञान ओझा के साथ अंतिम रन जोड़े।
इस मैच में सुरेश रैना तो जल्दी आउट हो गए थे, लेकिन लक्ष्मण की पीठ में दर्द था तो वह उनके रनर के तौर पर मैदान पर मौजूद थे। उस मैच को याद करते हुए रैना ने भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा के यूट्यूब चैनल पर बताया "लक्ष्मण उस मैच में पीठ के दर्द से जूझ रहे थे तो मैं उनका रनर बनकर गया, मैंने लक्ष्मण को इतना गुस्से में कभी नहीं देखा था। वह ऐसा कह रहे थे 'भाग ओज्ञा भाग' इससे पहले इशांत शर्मा उनके साथ खेल रहे थे। उस समय मिशेल जॉनसन अच्छी रिवर्स स्विंग डाल रहे थे।"
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रैना ने बताया कि वह उस समय डाइव लगाने को तैयार क्योंकि लक्ष्मण का मैदान पर रहना जरूरी थी। रैना ने आगे कहा "मैं किसी भी कीमत पर डाइव लगाने को तैयार था। मैंने तय किया था कि अगर मुझे थोड़ा सा भी संदेह होगा तो मैं डाइव लगा दूंगा क्योंकि लक्ष्मण का वहां रहना जरूरी थी।"
बता दें, इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली इनिंग में 428 रन बनाए थे जिसके जवाब में भारत ने 405 रन बनाकर लीड को 23 रन का ही छोड़ा था। दूसरी इनिंग में ऑस्ट्रेलिया 192 रनों पर ही सिमट गई थी और भारत के सामने उन्होंने 216 रन का लक्ष्य रखा था।