भारती क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर की गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में की जाती है। गावस्कर के नाम टेस्ट क्रिकेट में 51.12 की औसत के साथ 10,122 रन है वहीं वनडे में उनके नाम 108 मैचों में 3 हजार से अधिक रन दर्ज है।
गावस्कर ने हाल ही में बताया कि एक समय ऐसा था जब तिहरा शतक लगाने के बाद रणजी ट्रॉफी टीम से उनकी जगह चली गई थी। जी हां, लेकिन ये तिहरा शतक उन्होंने रणजी ट्रॉफी में नहीं बल्कि श्रीलंका में एक इंटरयूनिवर्सिटी मैच के दौरान लगाया था।
दरअसल, हुआ यह कि जब गावस्कर ने श्रीलंका में इंटरयूनिवर्सिटी टूर्नामेंट खेला था और वहां तिहरा शतक बनाया था जिसके कारण उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली। हालांकि जब वह श्रीलंका से वापस आए तो मुंबई रणजी ट्रॉफी टीम में से वह अपनी जगह खो बैठे।
गावस्कर ने अनअकेडमी एप पर वीडियो चैट में कहा, "मैं श्रीलंका में था इसलिए मैं एक रणजी ट्रॉफी मैच नहीं खेल पाया और किसी और ने रन कर दिए थे तो मेरे लिए जगह नहीं थी।"
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उन्होंने कहा, "मैच की सुबह मैं 12वां खिलाड़ी था, तभी हमारे कप्तान अजीत वाडेकर चोटिल हो गए। यह टॉस से पहले हुआ था और मैं फिर उनकी जगह आया।"
पूर्व कप्तान ने कहा, "अभी तो सभी लोग बड़ा किट बैग रखते हैं, लेकिन उस समय हमारे पास छोटे-छोटे किट बैग हुआ करते थे जिनमें हम अपने जूते, मोजे और कुछ कपड़े रखा करते थे। इसलिए मेरे पास पैड और ग्ल्व्स नहीं थे।।"
उन्होंने कहा, "मैंने अपनी मां को फोन किया और उनसे कहा कि मेरे पैड ले आइए। उस समय पता नहीं था कि हम पहले बल्लेबाजी करेंगे या नहीं। हमने पहले बल्लेबाजी की और मैंने वाडेकर के पैड पहने।"
(With Bhasha Inputs)