मिताली राज को आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले से टीम इंडिया से बाहर किए जाने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने भी मिताली को टीम से बाहर किए जाने के फैसले को गलत करार दिया है। इंडिया टुडे से बातचती में गावस्कर ने कहा, 'मुझे मिताली के लिए अफसोस है। उन्होंने बहुत अच्छा प्वॉइंट रखा था। मिताली ने 20 साल भारतीय क्रिकेट को दिए हैं। उन्होंने रन बनाए, दोनों मैचों में वो मैन ऑफ द मैच भी बनीं।'
Highlights
- सुनील गावस्कर ने मिताली को बाहर करने के फैसले को गलत करार दिया
- सुनील गावस्कर ने कहा कि मिताली जैसी खिलाड़ी को बाहर नहीं किया जा सकता
- मिताली को सेमीफाइनल मुकाबले में टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया था
गावस्कर ने आगे कहा, 'वो एक मैच में चोटिल थीं लेकिन अगले मैच में वो फिट हो चुकी थीं। आप भारतीय पुरुष टीम से तुलना कीजिए, अगर विराट कोहली को चोट लग जाती है और वो नॉक आउट तक फिट हो जाते हैं तो क्या आप उन्हें टीम में जगह नहीं देंगे? आपको अपने बेस्ट खिलाड़ियों को हमेशा खिलाना चाहिए। आपको अनुभव की जरूरत होती है।'
मिताली ने बीसीसीआई को एक चिट्ठी लिखी थी और उसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें कोच रमेश पोवार और सीओए की सदस्य डायना एडुल्जी के कारण टीम से बाहर किया गया था। गावस्कर ने इस मामले पर कहा, 'यहां बैठ क पोवार पर कुछ भी कहना मुश्किल है। लेकिन मिताली को बाहर करने के लिए जो भी कारण दिया गया वो गलत था। उन्होंने कहा था कि वो विनिंग कॉम्बिनेशन के साथ जाना चाहते हैं, मेरा मानना है कि ये गलत फैसला था। क्योंकि आप मिताली जैसी खिलाड़ी को टीम से बाहर नहीं कर सकते।'
आपको बता दें कि आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में मिताली राज को नहीं खिलाया गया था और भारत वो मैच हार गया था। इसके बाद जब कप्तान हरमनप्रीत कौर से मिताली को बाहर किए जाने के बारे में पूछा गया था तो उन्होंन कहा था कि मुझे फैसले पर कोई अफसोस नहीं है।