इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरुआती टेस्ट से बाहर होने से काफी गुस्सा और निराश महसूस कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने टीम में अपने भविष्य को लेकर स्पष्टीकरण भी मांगा है।
मेजबान टीम इंग्लैंड ने 8 जुलाई से साउथैम्पटन में शुरू हुए पहले टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में स्टुअर्ट ब्रॉड को शामिल नहीं किया जबकि जेम्स एंडरसन, मार्क वुड और जोफ्रा आर्चर के साथ कार्यवाहक बेन स्टोक्स और स्पिनर डॉम बेस को चुना।
टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड की ओर से 485 विकेट चटकाने वाले ब्रॉड इंग्लैंड के दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं। पिछले 8 साल में ये पहली बार है जब ब्रॉड को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया। इससे पहले उन्हें 2012 में वेस्टइंडीज के खिलाफ आराम दिया गया था।
ब्रॉड ने स्काई स्पोर्ट्स के कार्यक्रम में कहा, ‘‘ मुझे इसके बारे में मैच से एक दिन पहले शाम छह बजे पता चला जब स्टोक्स ने कहा कि वे इन परिस्थितियों में एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज के साथ उतरेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं निराश, क्रोधित और हतोत्साहित हो गया हूं, क्योंकि यह फैसला समझना काफी मुश्किल है। मैंने शायद पिछले दो वर्षों में सबसे अच्छी गेंदबाजी की है। मुझे ऐसा लगा मानो एशेज और दक्षिण अफ्रीका में जीत के समय मेरी जगह टीम में मेरी शर्ट थी।’’
पिछली एशेज सीरीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम के सबसे सफल गेंदबाज रहे 34 साल के ब्रॉड ने कहा कि राष्ट्रीय चयनकर्ता एड स्मिथ ने उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। स्मिथ ने कहा, ‘‘मैं उनसे अपने भविष्य पर स्पष्ट प्रतिक्रिया चाहता था और उन्होंने मुझे सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।’’
गौरतलब है कि साउथमैप्टन में खेले जा रहे पहले टेस्ट के जरिए 117 दिन बाद इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी हुई है। कोरोना के कारण मार्च से ही पूरी दुनिया में क्रिकेट ठप्प पड़ा था। 3 मैचों की सीरीज के पहले मैच मेजबान इंग्लैंड को वेस्टइंडीज ने महज 204 रन पर ढेर कर दिया है। विंडीज की ओर से कप्तान जेसन होल्डर ने कुल 6 विकेट अपने नाम किए।
(With PTI inputs)