पूर्व भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिये वित्तीय मदद को संख्या से नहीं आंका जाना चाहिए और योगदान करने वालों की रााशि को लेकर सवाल पूछना हैरानी की बात है।
कोरोना वायरस से निपटने के लिये दुनिया भर में खिलाड़ी दान दे रहे हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर यूजर्स उनके योगदान को लेकर सवाल उठा रहे हैं और ओझा उनके इस रवैये से हैरान हैं।
पिछले महीने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने वाले ओझा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘‘यह देखकर काफी हैरानी हो रही है कि जो लोग इस संकट की घड़ी में मदद करने के लिये आगे आ रहे हैं, उन पर सवाल (किसने कितनी राशि दान में दी है) उठाये जा रहे हैं। मदद तो मदद ही होती है, इसे आंका नहीं जा सकता। हमें उनका शुक्रगुजार होना चाहिए। ’’