स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को पिछले साल हुई एशेज़ सिरीज़ में नहीं खेल पाने का बहुत दुख है. बता दें कि इंग्लैंड के इस ऑलराउंडर को एक नाइट क्लब के बाहर कथित मारपीट के बाद टीम में नहीं रखा था. लेकिन स्टोक्स ने बुधवार को अपनी एहमियत एक बार फिर साबित करते हुए न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ दूसरे वनडे में बॉल और बैट दोनों से शानदार प्रदर्शन किया और मैन ऑफ़ द मैच बने. स्टोक्स ने पहले दो विकेट लिए फिर नाबाद 63 रन बनाए.
जीत के बाद स्टोक्स ने कहा, "ये मेरे लिए बहुत संतोषप्रद था. मैदान में उतरते समय मैं बहुत भावुक हो गया था." बेन के साथी खिलाड़ियों ने इस मैच में उनका भव्य स्वागत किया था. उन्होंने कहा, "मैदान में उतरने और फिर वापस आने के बाद मुझे पता लगा कि अपने देश का प्रतिनिधित्व करना कितनी बड़ी बात है."
स्टोक्स पर मुक़दाम अभी भी चल रहा है. उन्होंने कोर्ट में उन पर लगे आरोप को गलत बताया है. स्टोक्स की इसी महीने इंग्लैंड की टीम में वापसी हुई है.
मैच के बाद स्टोक्स ने पहली बार एशेज़ मिस करने पर बोले. एशेज़ में इंग्लैंड को स्टोक्स की बहुत कमी खली. ऑस्ट्रेलिया ने ये सिरीज़ 4-0 से जीती.
स्टोक्स ने कहा, "बाहर बैठकर एशेज़ देखना बहुत कुंठित करने वाला था. मैं बहुत भावुक हो गया था, खेलना चाहता था लेकिन मेरे बस में कुछ नहीं था. मैं इंग्लैंड के मैच देखता रहा हूं लेकिन अब मुझे भविष्य की तरफ ध्यान देना है.''
स्टोक्स ने कहा कि खेल से इतने समय तक दूर रहने के बाद वह फ़ौरन टीम में नहीं आना चाहते थे लेकिन उन्हें ख़ुशी है कि कप्तान मॉर्गन ने उन्हें सीधे मैच में उतार दिया.