इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने 1 जुलाई तक पेशेवर किक्रेट पर रोक लगा दी है। हालांकि कोरोना के खतरे के चलते अभी भी यह तय नहीं हो पाया है कि इंग्लैंड में कब से क्रिकेट मैंचों की शुरूआत सामान्य तौर पर हो पाएगी। यही वजह है कि इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ी क्रिकेट की वापसी को लेकर थोड़ा परेशान है। वहीं, कुछ क्रिकेटर को वापसी के बाद खेल के स्तर को लेकर चिंता हो रही है जिसमें इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कप्तान जो रूट शामिल हैं।
जो रूट ने कहा है कि कोरोनावायरस के बाद जब क्रिकेट वापस लौटे तो इसके स्तर से समझौता नहीं होना चाहिए। रूट ने उदाहरण देते हुए कहा कि टेस्ट क्रिकेट अगर अपने सर्वश्रेष्ठ तरीके से नहीं खेला जा सकता तो यह खेल की ईमानदारी के साथ न्याय नहीं होगा। रूट ने स्काइ स्पोटर्स से बात करते हुए कहा, "अगर खेल से समझौता होता है तो यह ज्यादा आगे नहीं जाएगा।"
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उन्होंने कहा, "यह खेल जिस ऊर्जा से खेला जाता है, अगर आप टेस्ट क्रिकेट को इसके सर्वश्रेष्ठ तरीके से नहीं खेलते हैं तो हमें नहीं खेलना चाहिए। यह खेल का सही प्रतिबिंब नहीं होगा।" रूट ने हालांकि माना कि कोविड-19 के कारण खेल में सावधानी बरतने के लिए कुछ बदलाव हो सकते हैं। आईसीसी इस समय गेंद को चमकाने के लिए सलाइवा (लार) का उपयोग बंद करने पर विचार कर रहा है। निकट भविष्य में खेल में कुछ बदलाव होने की संभावना के बावजूद इंग्लैंड के कप्तान ने कहा कि खेल की ईमानदारी से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए।
रूट ने कहा, "गेंद को बदलने और कई चीजों को बदलने को लेकर बात हो रही है और यह देखना दिलचस्प होगा कि कुछ चीजों को सुरक्षित बनाने के लिए क्या बदलाव किए जाते हैं। उम्मीद है कि गेंद में सीम न हो और यह मूव न करे और हमें इसे आसानी से हर हिस्से में मार सकें।" रूट ने कहा, "इन मैचों को खेलने में क्रिकेट के स्तर के साथ समझौता नहीं होना चाहिए।"
(With IANS Inputs)