ऑस्ट्रलिया के सीमित ओवर के कप्तान एरोन फिंच का मानना है कि दुनिया भर के क्रिकेट बोर्ड को कॉरोनोवायरस महामारी के बाद खेल को वापस पटरी पर लाने के लिए "एक बड़ा प्रयास" करना होगा। कोरोना महामारी के कारण आईपीएल के 13वें सीजन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर इस साल के आखिर में होने वाला T20 वर्ल्ड कप आगे खिसकता है तो उसकी जगह आईपीएल को अक्टूबर-नवंबर में आयोजित किया जा सकता है।
फिंच, जो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के संघ के बोर्ड में हैं, ने कहा कि यह केवल आईपीएल के बारे में नहीं है और सभी हितधारकों को फिर से क्रिकेट को उसी स्तर पर ले जाने के लिए समझौता करना होगा।
श्रीसंत के विश्व कप विजयी कैच पर उथप्पा को नहीं था भरोसा, बोले - किस्मत थी साथ
फिंच ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ से कहा, ‘‘सिर्फ आईपीएल ही नहीं बल्कि सभी क्रिकेट के लिये काफी विभिन्न शेयरधारकों - संस्थानों, देशों, खिलाड़ियों और आईसीसी - को क्रिकेट वापसी के लिये समझौता करना पड़ेगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) अगले हफ्ते एफटीपी (भविष्य दौरा कार्यक्रम) पर चर्चा शुरू करने के लिये फिर बैठक करेगी। अगले कुछ हफ्तों में हमें थोड़ा अंदाजा लग जायेगा कि विभिन्न टूर्नामेंट और देशों के लिये क्या समझौते किये जायेंगे।’’
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलन बॉर्डर का मानना है कि टी 20 विश्व कप की बजाय आईपीएल को ज्यादा तरजीह नहीं दी जानी चाहिए, जबकि पूर्व कप्तान इयान चैपल ने कहा कि देश के शीर्ष क्रिकेटरों को आईपीएल से ज्यादा शेफील्ड शील्ड जैसी घरेलू प्रतियोगिता पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
फिंच ने कहा कि चीजें हमेशा ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में नहीं होंगी, लेकिन समझौता करना होगा। 33 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, "हर कोई सभी के लिए सबसे अच्छा परिणाम प्राप्त करने के लिए काम कर रहा है ... कुछ परिस्थितियां जहां ऑस्ट्रेलिया के लिए आदर्श स्थिति नहीं है, वहां हमें समझौता करना। यह एक बड़ा प्रयास होगा।"
गौरतलब है कि भारतीय टीम को इस साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना होगा जिसको लेकर दोनों ही देश काफी उत्साहित हैं। कोरोना संकट के बीच इस दौरे के आयोजन को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया हर संभव कोशिश कर रहा है।