नई दिल्ली: क्रिकेट के खेल में सिक्सर एक ऐसा शॉट होता है जिसे देखकर दर्शक रोमांचित हो उठते हैं. यहां तक कि ख़ुद बल्लेबाज़ भी छक्का मारकर फूला नहीं समता क्योंकि सिक्सर लगाने के बाद उसका आत्मविश्वास और बढ़ जाता है. सिक्सर देखने का क्रेज़ कितना है इसका अंदाज़ा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि ऐसे बल्लेबाज़ों को 'सिक्सर किंग' का ख़िताब दिया जाता है. भारत की तरफ से सबसे पहले यह ख़िताब युवराज सिंह को मिला था. युवराज ने 2007 में टी-20 मैच के दौरान एक ओवर में छह छक्के जड़कर सनसनी फ़ैला जी थी. युवराज से पहले एक ओवर में छह छक्के मारने का कारनामा कुछ क्रिकेटर कर चुके थे. युवराज सिंह को छह छक्कों को इसलिए खास माना जाता है क्योंकि हर्शल गिब्स के बाद वह दूसरे ऐसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस कारनामे को अंजाम दिया था.
अब एक ओवर में छह छक्के मारने वाले सभी खिलाड़ियों का रिकॉर्ड टूट गया है और इस रिकॉर्ड को तोड़ने वाला है श्रीलंका का एक युवा खिलाड़ी. श्रीलंका के अंडर 15 मुरली गुडनेस कप में युवा बल्लेबाज नविंदु पसारा ने इस रिकॉर्ड को ध्वस्त कर नया रिकॉर्ड बना दिया है. नविंदु ने एक ओवर में लगातार 7 छक्के जड़कर एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है.
फॉग क्रिकेट एकेडमी के बल्लेबाज नविंदु पसारा नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे थे. क्रीज पर उतरते ही उनके बल्ले ने रन उगलना शुरू कर दिया. धर्मपाला कोटव्वा के खिलाफ नविंदु ने महज 89 गेंदों में 109 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने एक ओवर में लगातार 7 छक्के भी जड़ दिए. दरअसल, गेंदबाज ने इस ओवर में एक नो बॉल डाल दी, इस पर भी नविंदु पसारा ने छक्का जड़ा. इस तरह उन्होंने कुल 6 गेंदों में 7 छक्के जड़ दिए.
बता दें कि इस मैच में श्रीलंका के गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन चीफ गेस्ट बनकर आए थे. नविंदु के इस कारनमाने को देखकर वह भी हैरान थे और उन्होंने इस युवा बल्लेबाज की जमकर तारीफ की. मुरलीधरन ने न सिर्फ इस युवा बल्लेबाज की तारीफ की बल्कि भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं. गौरतलब है कि कुमार संगाकारा, सनथ जयसूर्या, महेला जयवर्धने जैसे वर्ल्ड क्लास बल्लेबाजों के संन्यास लेने के बाद श्रीलंकाई टीम को ऐसे ही विस्फोटक बल्लेबाजों की जरूरत है.
युवराज सिंह से पहले ये कारनामा टीम इंडिया के नए हेड कोच रवि शास्त्री भी कर चुके हैं. दरअसल, वेस्टइंडीज के खिलाड़ी गैरी सोबर्स के बाद रवि शास्त्री ही दूसरे खिलाड़ी थे, जिन्होंने एक ओवर में छह छक्के मारने का कारनामा किया था. गैरी सोबर्स के इस रिकॉर्ड की बराबरी करने में किसी खिलाड़ी को 16 साल लग गए थे और ये खिलाड़ी थे भारत के रवि शास्त्री. बॉम्बे और बड़ौदा के बीच हुए रणजी ट्रॉफी मैच में रवि शास्त्री ने एक ओवर में छह छक्के मारे. 1984 में हुए इस मैच में रवि शास्त्री ने तिलक राज के एक ओवर में छह छक्के मारे थे. उसी मैच में रवि शास्त्री ने प्रथम श्रेणी मैच में सबसे तेज़ दोहरा शतक बनाने का भी रिकॉर्ड बनाया था.
रवि शास्त्री से पहले 1968 में नॉटिंघमशायर की ओर से खेलते हुए सोबर्स ने ग्लेमॉरगन के मैल्कम नैश के एक ओवर में छह छक्के मारे थे. इस मैच में कप्तान के रूप में खेल रहे सोबर्स के पांच छक्के क्लीन थे. एक छक्का रोजर डेविस के हाथ से टकरा कर बाउंड्री के पार चला गया. इस मैच से पहले एक ओवर में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड टेड एलेस्टन के नाम था, उन्होंने एक ओवर में 34 रन बनाए थे.
रवि शास्त्री के बाद ये कारनामा 2007 में हर्शेल गिब्स और युवराज सिंह ने करके दिखाया था. दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज हर्शेल गिब्स पहले ऐसे खिलाड़ी बने जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ओवर में 6 छक्के मारने का रिकॉर्ड बनाया. वर्ष 2007 के विश्व कप (वनडे) के दौरान गिब्स ने नीदरलैंड्स के खिलाफ जबरदस्त पारी खेली थी. गिब्स ने नीदरलैंड्स के डैन वैन बंज के एक ओवर में छह छक्के मारकर नया रिकॉर्ड बनाया. वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज थे.
गिब्स के बाद उसी साल यानी 2007 में वर्ल्ड टी-20 का पहली बार आयोजन हुआ था. इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में युवराज ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए ये कारनामा करके दिखाया. उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में छह छक्के मारे. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ओवर में छह छक्के मारने वाले वे दूसरे खिलाड़ी बने.
2017 में रॉस व्हिटली नाम के खिलाड़ी ने इस कारनामे को अंजाम दिया. इंग्लैंड में नेटवेस्ट टी 20 ब्लास्ट के एक मैच में वोर्सेस्टरशायर के रॉस व्हिटली ने यॉर्कशायर के खिलाफ 6 गेंदों में 6 छक्के लगाए. रॉस व्हिटली ने वोर्सेस्टरशायर की पारी के 16वें ओवर में कार्ल कार्वर की लगातार 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाए. कार्वर ने इस ओवर में एक वाइड भी डाला था. यॉर्कशायर के लिए डेविड विली ने सिर्फ 55 गेंदों में 9 चौके और 8 छक्के की मदद से 118 रन बनाए थे .