कई शीर्ष खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी वाली श्रीलंका क्रिकेट टीम सुरक्षा चिंताओं के बावजूद मंगलवार को पाकिस्तान दौरे पर रवाना हो गई। श्रीलंका के क्रिकेट बोर्ड ने टीम को आतंकियों द्वारा निशाना बनाए जाने की आशंका के बावजूद मेजबान टीम के सुरक्षा इंतजामों पर भरोसा जताया है। श्रीलंका टीम पर इससे पहले 2009 में लाहौर में भी आतंकी हमला हुआ था।
इसके बाद से अधिकांश अंतरराष्ट्रीय टीमों ने पाकिस्तान का दौरा करने से इनकार कर दिया और टीम को अपने अधिकांश ‘घरेलू’ मैच संयुक्त अरब अमीरात में खेलने पड़े। इस आतंकी हमले में श्रीलंका के छह खिलाड़ी घायल हो गए थे जबकि छह पुलिसकर्मी और दो नागरिकों की मौत हो गई थी। श्रीलंका के हालांकि 10 सीनियर खिलाड़ियों ने सुरक्षा चिंताओं के कारण पाकिस्तान दौरे पर नहीं जाने का फैसला किया।
इस दौरे पर तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे। श्रीलंका ने अक्टूबर 2017 में भी लाहौर में एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था और टी20 टीम के कप्तान दासुन शनाका ने कहा कि पाकिस्तान दौरे पर जाने को लेकर कोई चिंता नहीं है।
कोलंबो से रवाना होने से पहले शनाका ने कहा, ‘‘मैं पहले भी वहां जा चुका हूं। हमारे लिए जिस तरह की सुरक्षा का इंतजाम किया गया है उससे मैं संतुष्ट हूं और पाकिस्तान में अपनी टीम की अगुआई करने की मुझे खुशी है। हम उम्मीद करते हैं कि मेजबान देश की मजबूत टीम को अच्छी टक्कर देंगे।’’
एकदिवसीय टीम के कप्तान लाहिरू थिरिमाने ने कहा कि उन्हें कोई चिंता नहीं है और उन्हें पाकिस्तान में बेहद शीर्ष स्तर की सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है। इस तरह की सुरक्षा राष्ट्राध्यक्षों को उनके दौरे पर मिलती है।