कोलंबो। भारतीय टीम में भले ही कई स्टार खिलाड़ी नहीं है लेकिन उसके युवा खिलाड़ी टी20 विश्व कप टीम में जगह बनाने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को बेताब हैं और ऐसे में श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों के छह मैचों की श्रृंखला रोमांचक होने की संभावना है जिसकी शुरुआत रविवार को पहले एकदिवसीय मैच से होगी। किसी भी अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में जीत प्रमुख होती है लेकिन इस दौरे में भारत कुछ नये संयोजन आजमा सकता है। श्रीलंकाई टीम में कोविड-19 के कुछ मामले आने के बाद यह श्रृंखला पांच दिन देर से शुरू हो रही है। श्रृंखला में तीन वनडे और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे।
दासुन शनाका पिछले चार वर्षों में टीम में 10वें कप्तान होंगे तथा धनंजय डिसिल्वा और तेज गेंदबाज दुशमंत चमीरा को छोड़कर कोई भी ऐसा खिलाड़ी नजर नहीं आता है जो शिखर धवन की अगुवाई वाली भारतीय टीम को कड़ी चुनौती दे सके। ब्रिटेन दौरे में जैव सुरक्षित वातावरण का उल्लंघन के कारण कुसाल मेंडिस और निरोशन डिकवेला के निलंबन और पूर्व कप्तान कुसाल परेरा के चोटिल होने से श्रीलंका कमजोर पड़ गया है। इंग्लैंड के खराब दौरे के बाद यदि उसकी टीम जीत दर्ज करती है तो यह उसके लिये बड़ी उपलब्धि होगी। भारतीय टीम में पृथ्वी सॉव, धवन, हार्दिक पंड्या और भुवनेश्वर कुमार की ही अंतिम एकादश में जगह पक्की लग रही है।
अन्य स्थानों के लिये हालांकि एक से अधिक दावेदार हैं। नंबर तीन के लिये देवदत्त पडिक्कल और रुतुराज गायकवाड़ दावेदार हैं। यह देखना होगा कि क्या सूर्यकुमार यादव की शॉट जमाने की काबिलियत पर भरोसा दिखाया जाता है कि मनीष पांडे को निरंतरता दिखाने के लिये मौका दिया जाता है। ऑफ स्पिन विभाग में कृष्णप्पा गौतम हैं और देखना होगा कि क्या उन्हें बायें हाथ के स्पिनर क्रुणाल पंड्या पर प्राथमिकता मिलती है। राहुल चहर और युजवेंद्र चहल के बीच भी लेग स्पिनर के स्थान के लिये मुकाबला है।
बायें हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव भी मौके की तलाश में हैं। विकेटकीपर के लिये भी इशान किशन और संजू सैमसन दावेदार हैं। स्वाभाविक हैं कि ऐसे में टीम प्रबंधन को अगले 11 दिन तक इस तरह के कई सवालों के जवाब ढूंढने होंगे। विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंग्लैंड में अपने टेस्ट रिकार्ड में सुधार करने को प्रतिबद्ध है तो धवन की कप्तानी और राहुल द्रविड़ की कोचिंग वाली टीम सीनियर टीम के लिये विकल्प तैयार करना चाहती है।
भारतीय खिलाड़ियों में से अधिकतर टी20 में नियमित तौर पर खेलते रहे हैं। साल के आखिर में टी20 विश्व कप होना है और ऐसे में प्रत्येक खिलाड़ी अपना दावा मजबूत करने की कोशिश करेगा। भारतीय टीम में छह खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं लेकिन द्रविड़ साफ कर चुके हैं कि इस दौरे में हर किसी को मौका देना मुश्किल होगा। नये खिलाड़ियों में स्पिनर वरुण चक्रवर्ती और बायें हाथ के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया टी20 विश्व कप के लिये टीम में जगह बनाने के दावेदारों में शामिल हैं।
धवन स्वयं यूएई में होने वाले विश्व कप की टीम में जगह बनाने को लेकर सुनिश्चित नहीं हैं क्योंकि टीम में पारी के आगाज करने के लिये रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल जैसे दावेदार हैं। धवन शीर्ष क्रम में ही बल्लेबाजी कर सकते हैं और भारतीय कप्तान अपना दमखम दिखाने के लिये तैयार है। यही स्थिति भुवनेश्वर की है जो टी20 टीम में जसप्रीत बुमराह के साथ मुख्य गेंदबाज के रूप में शुरुआत करने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेंगे।
टीमें इस प्रकार हैं :
भारत: शिखर धवन (कप्तान), पृथ्वी सॉव, देवदत्त पडिक्कल, रुतुराज गायकवाड़, सूर्यकुमार यादव, मनीष पांडे, नितीश राणा, ईशान किशन (विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, क्रुणाल पंड्या, कृष्णप्पा गौतम, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती, राहुल चाहर, दीपक चाहर, भुवनेश्वर कुमार, चेतन सकारिया, नवदीप सैनी।
श्रीलंका: दासुन शनाका (कप्तान), धनंजय डिसिल्वा (उपकप्तान), अविष्का फर्नांडो, भानुका राजपक्षे, पथुम निसंका, चरित असलंका, वनिन्दु हसरंगा, आशेन बंडारा, मिनोड भानुका, लाहिरु उदारा, रमेश मेंडिस, चमिका करुणारत्ने, दुष्मंथा चमीरा, लक्षण संदाकन, अकिला धनंजय, शिरन फर्नांडो, धनंजय लक्षण, ईशान जयरत्ने, प्रवीण जयविक्रेमा, असिथा फर्नांडो, कासुन रजिता, लाहिरु कुमारा, इसुरु उदाना।
मैच भारतीय समयानुसार दोपहर बाद तीन बजे शुरू होगा।