राजस्थान रॉयल्स के पूर्व कोच पैडी ऑप्टन ने अपनी किताब 'द ब्रेरफुट कोच' में भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। ऑप्टन ने अपनी किताब में बताया कि श्रीसंत राजस्थान रॉयल्स के कप्तान रहे भारत के दिग्गज राहुल द्रविड़ का सम्मान नहीं करते थे और वे टीम चयन को लेकर द्रविड़ के साथ काफी बहस किया करते थे।
ऑप्टन ने अपनी किताब में साल 2013 में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स के मुकाबले का जिक्र करते हुए लिखा है कि श्रीसंत को इस मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया था जिसके बाद उनकी टीम मैनेजमेंट के साथ तीखी बहस हुई थी।
वहीं श्रीसंत ने ऑप्टन के इस दावे को गलत बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी राहुल द्रविड़ का अपमान नहीं किया है। ऑप्टन ने अपनी किताब में परस्थिति को बिल्कुल ही अलग नजरिए से दर्शाने की कोशिश की है।
यह भी पढ़ें- इस खिलाड़ी को कहा जाता था भारत का अगला सचिन तेंदुलकर, लेकिन बाद में बना गेंदबाज
हालांकि श्रीसंक ने यह माना कि सीएसके के खिलाफ जब उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था वह निराश जरूर हुए थे। वह सीएसके के खिलाफ किसी भी हाल में खेलना चाहते थे।
श्रीसंत ने 'हैल्लो एप' पर अपनी बात रखते हुए कहा, ''मैं कभी राहुल द्रविड़ जैसे महान खिलाड़ी का अपमान नहीं कर सकता हूं। वह एक बेहतरीन कप्तान थे। मैं गुस्सा जरूर था क्योंकि मैं सीएसके के खिलाफ मैच में टीम का हिस्सा नहीं था। मैंने बस यह कारण पूछा कि मुझे टीम में क्यों रखा गया है।''
उन्होंने कहा, ''हां मैं सीएसके के खिलाफ खेलना चाहता था और हम जीतना चाहते थे लेकिन मुझे नहीं पता था कि मैं टीम से बाहर क्यों रखा गया था। मैं धोनी को गेंदबाजी कर उसे आउट करना चाहता था लेकिन मुझे मौका नहीं मिला और ना ही टीम मैनेजमेंट ने मुझे कभी कारण बताया कि मैं टीम से बाहर क्यों रखा गया था।''
श्रीसंत ने कहा, ''मैं धोनी से नफरत नहीं करता था और ना ही सीएसके से लेकिन मुझे उस टीम की जर्सी के रंग से बहुत चिढ़ थी। मुझे हमेशा सीएसके की जर्सी ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की याद दिलाती थी।''
यह भी पढ़ें- जुलाई में हो सकती है क्रिकेट की वापसी, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज बोर्ड ने बनाया खास प्लान
इसके अलावा श्रीसंत ने ऑप्टन के किताब पर भी अपनी बात रखी। श्रीसंत ने कहा, ''टीम के कई खिलाड़ी उनका सम्मान नहीं करते थे। उनके साथ ठीक से बात भी नहीं करते थे लेकिन मेरे साथ उनका संबंध काफी अच्छा था। हमारे बीच काफी अच्छी बातचीत होती थी लेकिन मुझे नहीं पता कि उन्होंने अपनी किताब में मेरे बारे में ऐसा क्यों लिखा, मेरे ख्याल से उन्हें अपनी किताब में मेरे गुस्सा होने का कारण बताना चाहिए था।''
आपको बता दें कि साल 2013 में ही श्रीसंत पर स्पॉट फिक्सिंग का आरोप लगा था जिसके बाद से वह क्रिकेट से दूर हैं।