एडेन मार्कराम के शतक के बाद मोर्ने मोर्कल की तूफानी गेंदबाजी से दक्षिण अफ्रीका ने पहले चार दिवसीय डे-नाइट टेस्ट के पहले दिन जिम्बाब्वे के खिलाफ अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर ली। तीसरा टेस्ट खेल रहे मार्कराम ने अपना दूसरा शतक जड़ते हुए 125 रन की पारी खेली जिससे दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी नौ विकेट पर 309 रन बनाकर घोषित की। इसके बाद गेंदबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की तरफ से मोर्ने मोर्कल (20 रन पर तीन विकेट) ने जिम्बाब्वे के शीर्ष क्रम को ध्वस्त करते हुए जिम्बाब्वे का स्कोर 30 रन पर चार विकेट किया।
दिन का खेल खत्म होने तक डेब्यू कर रहे रेयान बर्ल (15), जबकि काइल जार्विस (4) रन बनाकर खेल रहे थे। मार्कराम और जिम्बाब्वे के कप्तान ग्रीम क्रेमर ने बाद में कहा कि दूधिया रौशनी में गुलाबी गेंद के खिलाफ बल्लेबाजों के लिए हालात काफी बदल गए थे। दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे सत्र में 58 रन पर पांच विकेट गंवाए जिससे दूधिया रौशनी के ढाई घंटे के सत्र में 88 रन पर नौ विकेट गिरे। जिम्बाब्वे की नजरें अब फॉलोआन टालने पर टिकी होंगी जिसके लिए उसे दक्षिण अफ्रीका की बढ़त को 150 रन से कम करना होगा।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। जार्विस और डेब्यू कर रहे ब्लेसिंग मुजरबानी के खिलाफ मार्कराम ने सतर्क शुरुआत की। उन्होंने 104 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और फिर खुलकर बल्लेबाजी करते हुए 175 गेंद में शतक पूरा किया। उन्होंने 204 गेंद की पारी में 14 चौके और दो छक्के मारे। टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे एबी डिविलियर्स ने 65 गेंद में 53 रन की पारी खेली। नियमित कप्तान के चोट से पूरी तरह नहीं उबरने के कारण डिविलियर्स इस मैच में कप्तानी कर रहे हैं।