कोरोना की दूसरी लहर ने देश को बुरी तरह से अपनी चपेट में ले रखा है। हालत यह हो गई है कि कहीं ऑक्सीजन की तो कहीं अस्पताल में बेड की कमी हो रही है। इस महामारी की गिरफ्त में आने वाले लोग अपने या तो फिर अपने परिजनों के लिए सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगा रहे हैं। ऐसे में आज भारतीय पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने भी अपनी आंटी के लिए सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन सिलेंडर की मदद मांगी।
कोविड-19 के कहर के बीच मजरूदों को लिए मसीहा बनकर आए सोनू सूद ने भारतीय क्रिकेटर की मदद की और कहा कि 10 मिनट में उनके पास सिलेंडर पहुंचने वाला है।
सुरेश रैना ने अपने सोशल मीडिया पर आंटी के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की गुहार लगाते हुए लिखा था "65 साल की मेरी मौसी अस्पताल में फेफड़ों के इन्फेक्शन से जूझ रही हैं और उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है।"
सोनू सूद ने उनके इस ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा "10 मिनट में ऑक्सीनज सिलेंडर पहुंच रहा है भाई।"
सोनू सूद के इस रूप की दुनिया दीवानी हो गई है। सोनू सूद ने पिछले साल कोरोना महामारी के दौरान लागू किए गए लॉकडाउन में प्रवासियों की मदद की थी। उन्होंने इस साल भी कोरोना की दूसरी लहर में भी वह लोगों की मदद कर रहे हैं। कोरोना काल में ऑक्सीजन की भारी किल्लत के दौरान सोनू सूद ने मरीजों को ऑक्सीजन मुहैया कराने का कदम उठाया है। जिसकी शुरुआत उन्होंने कर दी है।
सोशल मीडिया पर सोनू सूद ने ऑक्सीजन की खेप पहुंचाने वाले ट्रक की वीडियो को फैंस के बीच साझा किया है। उन्होंने लिखा, ''आपके लिए मेरी ओर से ऑक्सीजन, भारत मजबूत बना रहे।''
सोनू सूद ने कोरोना के कहर में होने वाली मौतों पर लोगों का ढांढस बढ़ाते हुए कहा है कि ऑक्सीजन या इंजेक्शन की कमी के कारण जिसने भी अपने किसी प्रियजन को खोया है, वह असफल नहीं हुआ है।
सोनू ने ट्वीट कर कहा, "जिस किसी ने भी ऑक्सीजन या इंजेक्शन की कमी के कारण किसी प्रियजन को खो दिया है, वह जीवन भर शांति से नहीं रह पाएंगे। वे हमेशा इस भावना के साथ रहेंगे कि वे अपने परिवार को बचाने में विफल रहे। मैं उन्हें बताना चाहता हूं। आप असफल नहीं हुए हैं।"
पिछले साल से, सोनू कोविड के संकट के बीच लोगों की मदद करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने और उनकी टीम ने हाल ही में बेंगलुरु के एक अस्पताल में 22 मरीजों की जान बचाई, और आवश्यक इलाज के लिए गंभीर रूप से बीमार कोविड मरीज को झांसी से हैदराबाद ले जाने की व्यवस्था की।