लाहौर| पाकिस्तान के बाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज सोहेल तनवीर ने अपने पदार्पण टेस्ट को एक बार फिर से याद किया है। तनवीर ने अपने पदार्पण टेस्ट मैच में ही भारत के पूर्व भरोसेमंद बल्लेबाज राहुल द्रविड़ का विकेट लिया था। पाकिस्तानी गेंदबाज का मानना है कि वह गेंद उनके जीवन की सबसे शानदार गेंद थी। तनवीर ने 2007 में फिरोज शाह कोटला मैदान (अब अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम) में भारत के खिलाफ मैच से अपने टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत की थी। उन्होंने द्रविड़ को उनके 38 रनों के निजी स्कोर पर आउट किया था।
तनवीर ने क्रिक कास्ट के यूट्यूब चैनल पर कहा, " शुरुआत में मैं टीम का हिस्सा नहीं था। मैं वनडे टीम का हिस्सा था। अचानक से उमर गुल चोटिल हो गए थे। उसके बाद जिस तरह से मैंने द्रविड़ को आउट किया था, मुझे अभी भी याद है कि वह मेरी जिंदगी की असली गेंद थी।"
उन्होंने कहा, " मुझे याद है कि वसीम अकरम ने भी एक बार उसी तरह से द्रविड़ को आउट किया था। बॉल बाएं ओर से स्विंग हो रही थी और उनके आफ स्टंप को ले उड़ी थी। यह मेरी ड्रीम डिलीवरी थी।"
मध्यम तेज गेंदबाज ने कहा कि सचिन तेंदुलकर, द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली जैसे दिग्गजों को गेंदबाजी करने का जो उन्हें मौका मिला, वह उनके लिए बेहद खास अनुभव था। उन्होंने कहा, " द्रविड़, सचिन, लक्ष्मण और गांगुली जैसे महान खिलाड़ियों के खिलाफ भारत में गेंदबाजी करना, शानदार था। ये वे लोग हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में हजारों रन बनाए हैं।"
तनवीर ने कहा, " आत्म-विश्वास और विश्वास ने मुझे अपने पूरे करियर में काफी मदद की। मैंने पहले टेस्ट में अच्छी गेंदबाजी की। मैंने लगातार तीन विकेट लिए। मैंने गांगुली, द्रविड़ और हरभजन सिंह को आउट किया।" तनवीर ने इसके अलावा केवल एक ही टेस्ट मैच और खेला। उनका मानना है कि यह दुर्भाग्य है कि वह और ज्यादा टेस्ट मैच नहीं खेल सके।
उन्होंने कहा, " दुर्भाग्यवश मेरा टेस्ट करियर वहां समाप्त हो गया। मैं अब भी सोचता हूं कि मैं पाकिस्तान के लिए और ज्यादा टेस्ट मैच खेल सकता था। लोग मुझे टी 20 क्रिकेट का विशेषज्ञ मानते हैं, लेकिन किसी को भी मेरी ताकत के बारे में पता नहीं है। उन्हें यह पता नहीं है कि लाल गेंद से मेरे अंदर क्या करने की क्षमता है।" तनवीर ने पाकिस्तान के लिए 62 वनडे और 57 टी 20 मैचों में क्रमश : 71 और 54 विकेट चटकाए हैं।