क्रिकेट फैन्स के लिए शनिवार का दिन बेहद ही खास था। एक तरफ साउथहैंपटन में धूप खिली और भारत-न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबले का आगाज हुआ, वहीं दूसरी ओर ब्रिस्टल के काउंटी ग्राउंड पर भारतीय महिला टीम इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट मैच को किसी भी हालत में ड्रॉ कराने की कोशिश कर रही थी।
भारत बनाम इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम के बीच खेले गए एकमात्र टेस्ट मैच का कल आखिरी दिन था। भारतीय टीम यहां जीतने की नहीं बल्कि मैच ड्रॉ कराने की ही सोच रहा था। भारतीय टीम को पहली इनिंग में 231 रन पर ढेर करने के बाद इंग्लैंड ने फॉलोऑन दे दिया था और आखिरी दिन इंग्लैंड जीत से मात्र 9 विकेट दूर था।
पहले ही घंटे में भारत ने शेफाली वर्मा (63) का विकेट गंवा दिया था। इसके बाद दिप्ती शर्मा और पूनम रावत के बीच 72 रन की साझेदारी हुई और दोनों ने मिलकर भारत का स्कोर 172 तक पहुंचाया, लेकिन जैसे ही ये दोनों खिलाड़ी आउट हुई तो विकेट की झड़ी लग गई। भारत ने अगले 28 रन के अंदर अपने 5 विकेट खो दिए थे और स्कोर हो गया था 7 विकेट के नुकसान पर 199 रन।
उस समय ऐसा लग रहा था कि भारत यह मैच हार जाएगा, लेकिन तब निचले क्रम की बल्लेबाज स्नेह राणा ने 8वें नंबर पर आकर 154 गेंदों पर नाबाद 80 रन की पारी खेली। इस दौरान उन्हें शिखा पांडे और विकेट कीपर बल्लेबाज तानिया भाटिया का अच्छा साथ मिला। इन सभी खिलाड़ियों के लाजवाब प्रदर्शन से भारत ने इंग्लैंड की लीड को खत्म करते हुए बढ़त भी हासिल की।
स्नेह ने अपनी इस लाजवाब पारी के चलते डेब्यू टेस्ट मैच में इतिहास रच दिया। वह डेब्यू टेस्ट में 4 या उससे अधिक विकेट लेने के साथ 50+ स्कोर बनाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई है। इसी के साथ उन्होंने तानिया भाटिया के साथ 9वें विकेट के लिए जो 104 रन की नाबाद साझेदारी की वह भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए इस स्थान के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है।
जब दोनों टीमों ने मिलकर दिन के खेल को खत्म करने पर सहमति जताई तो भारतीय खेमें में एक अलग सी ही मुस्कान देखने को मिली। यह ड्रॉ भी भारत के लिए किसी जीत से कम नहीं था।
महिलाओं के इस टेस्ट पर हर किसी की नजरें बनी हुई थी और कई भारतीय पूर्व क्रिकेटरों ने इन खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस की तारीफ भी की।