श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने आखिरकार अपने पूर्व वर्ल्ड कप विजेता कप्तान अर्जुन राणातुंगा को जवाब दे दिया है। 1996 में लंकाई टीम को विश्व विजेता बनाने वाले इस कप्तान ने हाल ही में कहा था कि श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड भारत की दूसरे दर्जे की टीम की मेजबानी करने के लिए तैयार हो गया है जो बोर्ड के लिए अपमान की बात है। साथ ही उन्होंने प्रशासन पर टेलीविजन मार्केटिंग की जरूरतों के कारण भारत साथ खेलने के लिए सहमत होने का आरोप भी लगाया था।
अर्जुन ने अपने बयान में कहा था "यह दूसरे दर्जे की भारतीय टीम है और उनका यहां आना हमारे क्रिकेट का अपमान है। मैं वर्तमान प्रशासन पर टेलीविजन मार्केटिंग की जरूरतों के कारण उनके साथ खेलने के लिए सहमत होने का आरोप लगाता हूं। भारत ने अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम इंग्लैंड भेजी और कमजोर टीम को यहां खेलने के लिए भेजा। मैं इसके लिए अपने बोर्ड को दोषी ठहराता हूं।"
अब श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने पूर्व कप्तान को करारा जवाब दिया है।
बोर्ड ने हाल ही में दिए अपने बयान में कहा "20 सदस्यीय भारत टीम में से, 14 खिलाड़ियों ने सभी प्रारूपों में या किसी न किसी रूप में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, न कि दूसरी-स्ट्रिंग टीम जैसा कि दावा किया गया है।"
उन्होंने आगे कहा "यह क्रिकेट की दुनिया में नवीनतम मानदंड है, विशेष रूप से पूर्ण आईसीसी सदस्य देश, क्योंकि वे खेल के प्रत्येक प्रारूप के लिए विशेषज्ञ टीम और खिलाड़ी बनाए रखते हैं।"
बता दें, 13 जुलाई से भारत के श्रीलका दौरे का आगाज होगा। इस दौरान भारत मेजबानों के खिलाफ तीन वनडे और इतने ही मैच की टी20 सीरीज खेलेगा।
श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम - शिखर धवन (कप्तान), पृथ्वी शॉ, देवदत्त पडिक्कल, ऋतुराज गायकवाड़, सूर्यकुमार यादव, मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या, नितीश राणा, ईशान किशन, संजू सैमसन, युजवेंद्र चहल, राहुल चाहर, कृष्णप्पा गौतम, कुणाल पांड्या, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती , भुवनेश्वर कुमार, दीपक चाहर, नवदीप सैनी, चेतन सकारिया