भारतीय क्रिकेट की बेंच स्ट्रेंथ को मजबूत करने वाले राहुल द्रविड़ को अब टीम इंडिया के कोच की कमान सौंपी गई है। द्रविड़ 13 जुलाई से होने वाले श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया के कोच होंगे। ऐसे में अब क्रिकेट के गलियारों में सवाल उठने लगे हैं कि क्या राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के मुख्य कोच बन सकते हैं। रवि शास्त्री की कोचिंग में टीम इंडिया का परफॉर्मेंस काफी शानदार रहा है। इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के बाद उनका कार्यकाल भी समाप्त हो जाएगा।
शास्त्री की कोचिंग में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर दो बार हराने में कामयाब रही है, वहीं अन्य विदेशी दौरों पर भी उनके परफॉर्मेंस में सुधार हुआ है। मगर शास्त्री के रहते टीम इंडिया अभी कोई आईसीसी खिताब नहीं जीत पाई है। वहीं राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारत ने 2018 में अंडर 19 विश्वकप जीता था।
शास्त्री की जगह द्रविड़ को कोच बनाने के मुद्दे पर भारतीय पूर्व कप्तान कपिल देव ने अपनी राय दी है।
एबीपी न्यूज से बात करते हुए इस वर्ल्ड कप विजेता कप्तान ने कहा "मुझे नहीं लगता कि इसके बारे में बोलने की कोई जरूरत है। इस श्रीलंका सीरीज को खत्म होने दें। हमें पता चलेगा कि हमारी टीम ने किस तरह का प्रदर्शन किया है। यदि आप एक नए कोच को आकार देने की कोशिश कर रहे हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। फिर अगर रवि शास्त्री अच्छा काम करना जारी रखते हैं, तो उन्हें हटाने का कोई कारण नहीं है। केवल समय ही बताएगा। इससे पहले, मुझे लगता है कि यह हमारे कोचों और खिलाड़ियों पर अनावश्यक दबाव डालेगा।"
भारत के क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब दो टीमें अलग-अलग देशों में खेलेगी। इंग्लैंड की टीम ऐसा कर चुका है और वहीं इसी रणनीति पर अन्य देश भी काम कर रहे है।
कपिल देव ने आगे कहा "भारत के पास एक बड़ी बेंच स्ट्रेंथ है। अगर खिलाड़ियों को मौका मिलता है और भारत दो टीमों को इकट्ठा कर सकता है जो इंग्लैंड और श्रीलंका दोनों में जीत का दावा कर सकती हैं, तो इससे बेहतर कुछ नहीं है। अगर युवाओं को मौका मिलता है, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। लेकिन अगर यह टीम प्रबंधन को तय करना है कि क्या उन्हें एक साथ दो टीमों पर इस तरह का दबाव बनाना चाहिए।”