भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक माने जाते थे। खास तौर से स्पिनर के खिलाफ ऑफ साइड में उनके द्वारा लगाया जाने वाल शॉट किसी भी टीम के लिए सिरदर्द साबित होता था। हालांकि कई मौकों पर यह कहा गया कि गांगुली तेज गेंदबाजों के खिलाफ सहज नहीं थे और उन्हें शॉट पिच गेंद का सामना करने में काफी दिक्कत होती थी।
आपको बता दें कि साल 2000 के शुरुआती दौर में गांगुली ने दुनिया के कुछ बेहद ही खरनाक तेज गेंदबाजों का सामना किया जिसमें ब्रेट ली, ग्लेन मैक्ग्रा और शोएब अख्तर जैसे खिलाड़ी शामिल है। इन गेंदबाजों ने गांगुली को हमेशा शॉट पिच गेंद से परेशान किया।
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हालांकि हैलो एप को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि गांगुली एक बहादुर बल्लेबाज थे और वह कभी भी तेज गेंदबाजों के खिलाफ पीछे नहीं हटे थे।
अख्तर ने कहा, ''मैं मानता हूं गांगुली दुनिया के उन चुनिंदा बल्लेबाजों में से एक हैं जिनके खिलाफ मैंने पूरी आक्रमकता के साथ गेंदबाजी की है लेकिन वह कभी पीछे नहीं हटे। वह दिलेरी से बल्लेबाजी करते थे और रन बनाते थे।''
उन्होंने कहा, ''कई लोगों का मानना है कि गांगुली सिर्फ स्पिन के खिलाफ अच्छा खेलते थे लेकिन ऐसा नहीं है। वह तेज गेंदबाजों पर भी बेहतरीन शॉट लगाते थे। हां यह बात सच है कि शॉट पिच गेंद पर उन्हें परेशानी होती थी।''
शोएब ने कहा, ''मैंने भी गांगुली को उनके शरीर का निशाना बनाकर कई सारी शॉट पिच गेंद डाली। कई बार गेंद उनके सीने पर लगा लेकिन वह कभी भी हार नहीं माने और डटकर मुकाबला किया है। मेरे ख्याल से गांगुली एक दिलेर बल्लेबाज था।''
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आपको बता दें कि गांगुली भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक माने जाते हैं। गांगुली भारत के लिए कुल 113 टेस्ट और 311 वनडे खेले। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने भारत के लिए 7212 रन बनाए हैं।
वहीं वनडे में उनके नाम 11363 रन दर्ज है। इस फॉर्मेट में उन्होंने कुल 23 शतक भी लगाए हैं। सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के बाद सौरव गांगुली भारत के लिए तीसरे सबसे अधिक वनडे शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं।