वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के नाम है। जिन्होंने साल 2003 के आईसीसी विश्वकप में इंग्लैंड के खिलाफ 161.3 km/h की रफ़्तार वाली सबसे तेज गेंद फेककर ये रिकॉर्ड अपने नाम किया। ऐसे में शोएब के बाद भी कई तेज गेंदबाज ब्रेट ली, शॉन टैट, और मिशेल स्टार्क आए मगर कोई भी इनके रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाया। इस तरह दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज के रूप में मशहूर शोएब ने एक खुलासा करते हुए बताया कि जब उन्हें पाकिस्तान की टीम में एंट्री मिली थी तो उन्हें सबसे धीमा गेंदबाज कहा जाता था।
'रावलपिंडी एक्सप्रेस' के नाम से मशहूर अख्तर ने ईएसपीएन क्रिकइंफो के एक पॉडकास्ट में संजय मांजरेकर के साथ बातचीत में अख्तर ने कहा, ''उन दिनों मोहम्मद जाहिद और मेरे अलावा सात तेज गेंदबाज थे। मैं ईमानदारी से कहूं तो उस समय के सभी गेंदबाजों में मैं सबसे स्लो गेंद डालता था।''
शोएब ने जब टीम में एंट्री की थी तो उनका मुकाबला वसीम अकरम, वकार यूनुस जैसे दीग्ज गेंदबाजों से था। जिसके चलते कब उन्होंने वकार को रिप्लेस करने की बात कही तो टीम मेट उन्हें पाग कहने लगे थे। मगर धीरे-धीरे शोएब ने अपनी सकारात्मक खूबियों को विकसित किया और उच्च स्तर पर विकेट लेने का विश्वास पैदा किया। उन्होंने कहा, ''कल्पना कीजिए मुझे इन सातों गेंदबाजों से आगे निकलना था, वकार यूनुस और मैंने अपना नाम बनाया था। मैंने इन गेंदबाजों से बेस्ट गुण सीखे।''
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शोएब ने कहा, ''एक समय मुझसे लोग पूछते थे कि तुम वकार को रिप्लेस करने के बारे में सोच भी कैसे सकते हो। क्या तुम पागल हो गए हो। मैं उनसे कहता कि क्योंकि मेरे पास एटीट्यूड है, जब मैं गेंदबाजी करने जाता हूं तो पूरा मैदान मेरा होता है, मैं विकेट लेता हूं, क्योंकि मैं इस खेल को तेजी से सीखता हूं।''
बता दें कि 1997 में शोएब अख्तर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस तरह वो पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट, 163 वनडे और 15 टी-20 खेले। जिसमें उनके नाम क्रमशः 178, 247 और 19 विकेट शामिल है।
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