लंदन: पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि उन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में जितने भी गेंदबाजों का सामना किया उनमें उन्हें पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का सामना करना सबसे मुश्किल लगा। यह काफी चौंकाने वाला बयान है क्योंकि धोनी के खेल को देखकर कहीं से भी नहीं लगता कि उन्हें किसी गेंदबाज को खेलने में मुश्किल महसूस होती होगी।
धोनी ने कहा, ‘मेरी तकनीक की कुछ सीमाएं हैं और सभी तेज गेंदबाजों का सामना करना बहुत मुश्किल था। तब भी अगर मुझे किसी एक का चयन करना होगा तो मैं शोएब अख्तर का नाम लूंगा।’ धोनी ने अख्तर के खिलाफ केवल 10 अंतरराष्ट्रीय मैच, 5 टेस्ट और इतने ही वनडे मैच खेले।
इस पूर्व कप्तान से पूछा गया कि उन्होंने ब्रेट ली, डेल स्टेन, स्टुअर्ट ब्राड, मोर्ने मोर्कल और जेम्स एंडरसन के बजाय अख्तर का चयन क्यों किया, उन्होंने कहा, ‘सामान्य सा कारण है। वह तेज गेंद करता था, वह यॉर्कर कर सकता था, वह बाउंसर कर सकता था और आप कभी बीमर की उम्मीद भी कर सकते थे। उसके बारे में कुछ भी भविष्यवाणी करना मुश्किल था लेकिन उसके खिलाफ खेलने का अपना अलग आनंद था।’
धोनी फिलहाल लंदन में चैम्पियंस ट्रॉफी टीम का हिस्सा हैं। भारत ने अपना पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला था और जीत हासिल की थी, हालांकि इस मैच में धोनी को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था। धोनी ने लंदन विराट कोहली चैरिटी बॉल कार्यक्रम के दौरान विवादास्पद डकवर्थ लुईस प्रणाली को लेकर व्यंग्यात्मक लहजे में जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता है कि यहां तक कि ICC भी डकवर्थ लुईस सिस्टम को समझती होगी।’