क्रिकेट के मैदान में भले ही भारत और पाकिस्तान के बीच टेस्ट क्रिकेट पिछले एक दशक से न खेला गया हो लेकिन जब भी इन दोनो देशों के बीच मैच होता है। फैन्स का जोश देखते ही बनता है। मैदान के अंदर हो या मैदान के बाहर दोनों देशों के फैंस अपनी टीम की हार एक दूसरे के खिलाफ बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। यही कारण है कि इन दोनों देशों के बीच मैच के दौरान टेलीविजन तक फोड़ते हुए फैन्स दिखाई दे जाते हैं।
ऐसे में एक तरह का जोश और जुनून जहां फैन्स में होता हैं वहीं भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के लिए भी ये मैच काफी ख़ास बन जाता है और उनके बीच तनातनी भी देखने को मिलती है। इतना ही नहीं कुछ खिलाड़ियों के बीच राइवेलिरी ( प्रतिद्वंदिता ) भी देखने को मिलती है। जिनमें शोएब अख्तर बनाम सचिन तेंदुलकर, वसीम अकरम बनाम सौरव गांगुली, सईद अनवर बनाम ज़हीर खान, अनिल कुंबले बनाम इंजमाम-उल-हक और वीरेंद्र सहवाग बनाम वकार यूनिस काफी फेमस रही हैं।
इस तरह जहां भारत और पाकिस्तान के बीच एक समय मैच का रोमांच चरम पर होता था वहीं टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की कप्तानी वाली निर्भीक टीम पाकिस्तान के खिलाफ और खतरनाक हो जाती थी। सौरव न सिर्फ अपने खेल से बल्कि अपनी कप्तानी की योग्यता से भी टीम को मैच जिता देते थे। जिसके बारे में खुद पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज और उस समय सौरव गांगुली वाली टीम इंडिया को गेंदबाजी करने वाले शोएब अख्तर ने स्वीकार है।
अख्तर ने इन्स्टाग्राम पर एक पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने सौरव गांगुली को महान कप्तान व उनकी टीम को सबसे कठिन विरोधी बताया है। अख्तर ने लिखा, "मैंने हर एक विरोधी टीम का स्वागत किया है। क्योंकि मैं उनके साथ मैदान में लड़ाई करने के लिए बेताब रहता था। जिसमें सबसे कठिन विरोधी लगती थी भारतीय टीम और उनके कप्तान सौरव गांगुली।"
बता दें कि शोएब अख्तर सौरव गांगुली की कप्तानी वाली कोल्कता नाइट राइडर्स ( केकेआर ) के लिए आईपीएल के पहले सीजन 2008 में खेले थे। ऐसे में उन्होंने गांगुली की कप्तानी के बारे में कहा, "वो केवल कड़े विरोधी नहीं थे बल्कि वो एक महान कप्तान भी थे। जिनके अंडर में मैं केकेआर टीम के लिए खेला।"