कोलंबो: भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि शिखर धवन या अभिनव मुकुंद में से जो भी श्रीलंका के खिलाफ गाले में पहले टेस्ट मैच में केएल राहुल के साथ पारी का आगाज करेगा उसे प्रदर्शन का दबाव महसूस करने के बजाय इसे एक मौके के तौर पर लेना चाहिए। उन्होंने नियमित सलामी बल्लेबाज मुरली विजय की कलाई की चोट को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया लेकिन खिलाड़ियों की अपनी फिटनेस स्थिति को लेकर ईमानदार बनने के लिए तारीफ भी की।
कोहली ने कोलंबो पहुंचने के बाद कहा, ‘टीम में आने वाला प्रत्येक खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है। चोट खेल का दुर्भाग्यपूर्ण हिस्सा है। विजय रिहैब से लौटे थे और एक मैच खेले थे। उन्होंने चयनकर्ताओं से कहा कि वह मैच फिट नहीं है। इस तरह की संस्कृति पैदा की गई है। लोग ईमानदार हैं। अभिनव मुकुंद यहां हैं। उन्होंने काफी घरेलू क्रिकेट खेली है। शिखर ने पिछली बार यहां शतक लगाया था और इसके बाद वह दो मैचों में नहीं खेल पाए थे।’
कोहली ने कहा, ‘चेतेश्वर पुजारा ने पिछले दौरे के अंतिम टेस्ट मैच में पारी का आगाज किया था। इसलिए खिलाड़ी इस तरह की परिस्थिति में दबाव में आने के बजाय उसे मौके के तौर पर लेते हैं। मुझो पूरा विश्वास है कि वे इसका फायदा उठाएंगे।’ श्रीलंका ने जिम्बाब्वे के खिलाफ में वनडे सीरीज गंवाई लेकिन कोहली ने कहा कि वह अपने इस प्रतिद्वंद्वी को हल्के से नहीं ले सकते हैं।
कोहली ने कहा, ‘इसका मतलब नहीं बनता। मुझे याद है कि 2 साल पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद हम यहां आए थे। हमारी रैंकिंग 6 या 7 थी। श्रीलंका में उस सीरीज ने हमारे अंदर विश्वास पैदा किया था। उससे हमें टीम के रूप में एकजुट होने की सीख मिली थी। पिछली सीरीज में हमने पहला मैच गंवाने के बाद जिस तरह से वापसी करके 2-1 से जीत दर्ज की वह शानदार था। हम जानते हैं कि हमें कड़ी मेहनत करनी होगी। आपको खेल का सम्मान करना होगा।’