हर खिलाड़ी की मैदान पर उतरने से पहले कुछ ना कुछ अजीबो-गरीब आदत होती है, कोई खिलाड़ी पहले अपने दाए पैर का पैड बांधता है तो कोई बल्लेबाजी करने से पहले नाहता है। इसे हम वहम या फिर टोटका भी कह सकते हैं क्योंकि ऐसा करने के बाद खिलाड़ी के मन में विश्वास पैदा होता है कि वह मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करेगा। ऐसे ही कुछ टोटका टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन भी करते हैं।
धवन मैदान पर उतरने से पहले बाथरूम जरूर जाते हैं और कभी पहली गेंद का सामना नहीं करते। इंडिया टीवी के खास शो 'आप की आदालत' में धवन ने इस टोटके से पर्दा उठाया है।
धवन से जब पूछा गया कि वह मैदान पर उतरने से पहले बाथरूम क्यों जाते हैं तो उन्होंने कहा ' बिल्कुल, जब बैटिंग करने जा रहे होते है तो प्रैशर आ जाता है, मैंटल प्रैशर आता है तो दूसरा प्रैशर भी आ जाता है साथ ही साथ।'
वहीं पहली गेंद ना खेलने के सवाल पर धवन ने कहा 'हां ये सही बात है कि मैं पहली गेंद खेलना पसंद नहीं करता पर कभी ऐसी सिचुएशन आ जाती है कि अगर लेफट आर्म गेंदबाज आ गया या फिर कभी रोहित मुझे बोलता है कि तू पहली गेंद खेल तब मैं खेलता हूं, लेकिन एक पैर्टन जो हमारा सैट हुआ है कि रोहित ही पहली गेंद खेलेगा तो वो ही खेलता है। मैं नॉन स्ट्राइकर एंड पर ही खेलना पसंद करता हूं।'
वहीं कई बार ऐसा होता है कि धवन के साथ कोई नाया खिलाड़ी ओपनिंग करता है तो धवन पहले उससे कमफर्ट करने के लिए पूछते हैं कि वो पहली गेंद खेलना पसंद करेंगे के नहीं।
धवन ने आगे कहा 'अब कोई युवा खिलाड़ी टीम में आ जाता है तो मैं फिर उससे पूछता हूं कि आपको क्या पसंद है अगर आपको नॉन स्ट्राइकर एंड पर रहना है तो मेरा फर्ज बनता है कि एक सीनियर खिलाड़ी होने के नाते उसे कमफर्टेबल करने का।'
जब रोहित शर्मा ने भारत के लिए पहली बार डेब्यू किया था तो धवन भी उस समय टीम में वापसी कर रहे थे। तब रोहित ने धवन से पहली गेंद खेलने को कहा था, लेकिन धवन ने मना कर दिया था। धवन ने इस बारे में बात करते हुए कहा 'उस वक्त मेरी भी वापसी हुई थी टीम में तो मैंने कहा भाई ऐसी बात है मेरा भी कमबैक हुआ है मैं भी नया-नया ही हूं दोनों बराबर ही है तो तू ही कर ले मैं नॉन स्ट्राइकर एंड पर ही ठीक हूं। तो उसने कहा कोई बात नहीं।'