कोरोनावायरस के कारण उत्पन्न होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कुछ नियमों में बदलाव किया है, जिससे कि खेल को फिर से सुचारू रूप से चलाया जा सकता है। इनमें स्थानीय अंपायरों को अंतर्राष्ट्रीय मैच में अंपायरिंग करने की इजाजत देना भी शामिल है। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज शॉन पोलक ने इस बदलाव के लिए आईसीसी समिति की तारीफ की है।
पोलक ने फैनकोड के नए शो अनलॉक स्पोर्ट्स से कहा, "भारत का कोई व्यक्ति कोलकाता टेस्ट में खड़ा होने में सक्षम हो सकता है या इंग्लैंड का कोई व्यक्ति घरेलू टेस्ट में, कोई इंग्लिश मैन लॉर्डस में या एक ऑस्ट्रेलियाई एमसीजी में खड़ा हो सकता है। हम हमेशा समिति में इसके लिए लड़ते रहे हैं, मुझे लगता है कि यह एक अच्छा बदलाव है। अब डीआरएस है, इसलिए पक्षपातपूर्ण फैसलों की आशंका को कोई अर्थ नहीं है।"
46 वर्षीय पूर्व तेज गेंदबाज ने क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के नए 3टी क्रिकेट प्रारुप और इंग्लैंड-वेस्टइंडीज सीरीज पर भी बात की।
उन्होंने कहा, "आठ सदस्यों की तीन टीमों को इसमें शामिल करने की कोशिश है। लोगों के पास दो पारियां होती हैं और आप प्रतिस्पर्धा करते हैं। यह आपको लगभग वापस आने का मौका देता है, इसलिए यह ऐसी चीज है जिसे वे आजमाना चाहते हैं।"
पोलक ने कहा, " मुझे लगता है कि यह (इंग्लैंड-वेस्टइंडीज सीरीज) संभवत : सबसे ज्यादा देखे जाने वाली सीरीज होगी क्योंकि लोग अब दोबारा से कुछ टेस्ट मैच देखने के इच्छुक है। यह एक लिटमस टेस्ट होगा, यह देखने के लिए कि चीजें कैसे सामने आ सकती हैं और कैसे यह सुनिश्चित की जा सकती हैं कि कोई समस्या नहीं है।"