कोरोना महामारी से बचने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड (आईसीसी) ने सबके सामने एक विचार प्रकट किया था। जिसमें कहा गया था कि जब भी कोरोना के बाद क्रिकेट की वापसी होगी टीम के खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए लार, थूक या पसीने का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। जिसके बाद अनिल कुंबले की अध्यक्षता आईसीसी की क्रिकेट समिति ने भी सलाइवा ( लार ) का उपयोग न करने की सिफारिश की है जबकि पसीने के इस्तेमाल पर रोक ना लगाने की बात कही है। इस पर फैसला अगले महीने आएगा। इस तरह अनिल कुंबले की क्रिकेट कमेटी में साउथ अफ्रीका के दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी शॉन पोलॉक भी शामिल थे। जिसके बाद अब उन्होंने बताया कि कैसे उन्होने ये फैसला लिया कि गेंद पर लार का इस्तेमाल बैन करना है जबकि पसीने से कोई समस्या नहीं है।
आईसीसी ने क्रिकेट इनसाइड नाम का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। जिसमें शॉन पोलॉक वीडियो में सिमोन डूल के सवालो का जवाब देते नजर आ रहे हैं। ऐसे में सिर्फ लार पर बैन लगाए जाने की सिफारिश करने वाले पोलॉक ने कहा, "हमारा ध्यान सिर्फ चेहरे पर था क्योंकि ये वायरस हमारें आखं, नाक, कान और मूहं से तेजी से फ़ैल रहा है। इस तरह आप अपने चेहरे को खेल के दौरान नहीं छू सकते हैं। इसलिए हो सकता है गेंद को चमकाने के लिए किसी वैक्स या पोलिश का इस्तेमाल किया जाए लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यही फैसला लिए गया कि आप पसीने का इस्तेमाल कर सकते हैं।"
इस तरह पोलॉक ने उत्तर देने के बाद सिमोन से इस पर सहमित भी मांगी। जिस पर सिमोन ने कहा, "मेरे ख्याल से ये सही है और जिस तरह से कमेंटी ने निर्णय लिया है मुझे काफी सही फैसला लगा।"
इसके आगे सिमोन ने एक सवाल और पोलॉक से पूछा जिसमें उन्होंने कहा कि अगर मान लीजिये किसी खिलाड़ी ने गेंद पर थूक दिया धोखे से तो क्या उस पर फाइन लगेगा और क्या खिलाड़ी इसे पोलिश करने जा रहे हैं? इन सब चीज़ों को लेकर आप लोगों ने क्या प्लान बनाए हैं।
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जिस पर पोलॉक ने कहा, "हां हमने ये भी सिफारिश कि है की हम हर दो ओवर में गेंद नहीं बदलने जा रहे हैं। खिलाड़ियों को मैच से पहले समझाया भी जायेगा कि वो गेंद से छेड़छाड़ न करें। निश्चित रूप से खिलाड़ियों को वार्निंग दी जाएगी कि वो इस तरह की गलती बार- बार ना करें। इसके बाद भी करते हैं तो हम देखेंगे आगे क्या किया जा सकता है। इस तरह की दिक्कत ज्यादतर टेस्ट क्रिकेट में आ सकती है क्योंकि ये काफी लंबा गेम होता है। इस तरह कई चीज़ें और जोड़ी जानी है मैच अधिकारी किसी को थूक लगाते देख लेते हैं तो वो कप्तान से बोल सकते हैं। इस तरह के कदम उठाए जा सकते हैं।“
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