शेन वॉर्न क्रिकेट खेल में स्पिन गेंदबाज़ी के बेताज बादशाओं में से एक हैं। वॉर्न ने अपने 15 साल के करिअर में टेस्ट में 708 और वनडे में 293 विकेट लिए हैं। इस दौरान उन्होंने फिरकी गेंदबाज़ी के कई कमाल दिखाए लेकिन 1993 में एशेज़ सिरीज़ में जिस तरह उन्होंने माइक गैटिंग को बोल्ड किया था वो आज भी हैरान करता है। दरअसल इस बॉल को आज भी 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' कहा जाता है। वॉर्न की यह गेंद लेग स्टंप के बाहर टप्पा खाने के बाद इतनी अधिक टर्न हुई थी कि ऑफ स्टंप ले उड़ी थी.
इसे कई क्रिकेट समीक्षक सदी की सर्वश्रेष्ठ गेंद बताते हैं। इस गेंद को 'गैटिंग बॉल' का नाम भी दिया जाता है। वार्न ने इस टेस्ट में 137 रन देकर 8 विकेट लिए थे और उन्हें मैन ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया था।
वॉर्न ने अपने 48वे जन्मदिन पर इस ख़ास बॉल का ख़ुलासा किया है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की ओर से ट्विटर पर अपलोड किए गए वीडियो में वॉर्न ने बताया है कि उन्होंने यह गेंद किस तरह डाली थी।
वार्न ने कहा, 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' दरअसल एक इत्तफ़ाक थी। ''यह बात मैं पूरी ईमानदारी के साथ कह रहा हूं। मैंने कभी इसकी कल्पना भी नहीं की थी और न ही मैं इसे दोहरा सकता हूं। एक लेग स्पिनर के तौर पर आप हमेशा एक बेहतर लेग ब्रेक गेंद डालने के बारे में सोचते हैं, मैंने भी ठीक उसी तरह की गेंद डालने की कोशिश की थी लेकिन गेंद 90 डिग्री तक घूम गई जो दरअसल अजूबा था।''
शेन वॉर्न ने बताया, 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' बिलकुल वैसी ही गेंद थी, जो सभी लेग स्पिन गेंदबाज डालने की कोशिश करते हैं। इस गेंद ने मैदान के अंदर और बाहर की मेरी ज़िंदगी को बदल कर रख दिया। मुझे बहुत गर्व है कि मैंने गेंद 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' डाली थी, ख़ासकर माइक गेटिंग जैसे बेहतरीन खिलाड़ी को जिन्हें इंग्लैंड की टीम में स्पिन गेंदबाज़ी खेलने में महारत हासिल थी।
वॉर्न ने कहा कि वो उनकी ज़िंदगी का सबसे ख़ास पल था। वॉर्न ने टेस्ट में 37 बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट और 10 बार मैच में 10 या इससे अधिक विकेट लिए हैं। 71 रन देकर 8 विकेट वॉर्न का पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। टेस्ट में वॉर्न से अधिक विकेट केवल श्रीलंका के मुरलीधरन ने हासिल किए हैं।