आईपीएल के पहले सीजन में राजस्थान रॉयल्स को चैंपियन बनाने वाले पूर्व ऑस्ट्रेलिया क्रिकेटर शेन वॉर्न ने इस फ्रेंचाइजी को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। 'हेराल्ड सन' को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि कैसे उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास के बाद आईपीएल में राजस्थान के साथ एक बड़ा करार किया।
वॉर्न ने बताया कि जब वे इंटरनेशनल क्रिकेट से अलग हुए तो राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें आईपीएल में खेलने का प्रस्ताव दिया और यह प्रस्ताव मेरे लिए ऐसा था कि जिसे मैं मना नहीं कर सकता था।
‘हेराल्ड सन’ की रिपोर्ट के अनुसार वार्न को 667,000 डालर भुगतान के अलावा 2008 में संन्यास से वापसी करने के बाद हर साल के लिये राजस्थान ने उन्हें 0.75 प्रतिशत की हिस्सेदारी दी गयी। लेकिन अब यह हिस्सेदारी उनके ‘बैंक बैलेंस’ में इजाफा कर सकती है।
वॉर्न ने कहा, ''यह करार का हिस्सा था। मैंने उस समय इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था। उसी समय राजस्थान ने मेरे सामने यह प्रस्ताव रखा कि मैं आईपीएल में इस टीम के कप्तान, कोच और एक मेंटॉर की भूमिका निभाते हुए इस टीम को चलाऊ।''
उन्होंने कहा, ''पहले सीजन में हम अंडरडॉग थे। आईपीएल फ्रेंचाइजी के मालिकों ने नीलामी में अलग-अलग खिलाड़ियों पर दांव लगाया था। कोई भी टीम किसी को जीतने का कोई मौका नहीं देने वाली थी लेकिन हम ने सभी को चौंकाते हुए पहले सीजन का खिताब जीता।''
इस जीत के साथ ही राजस्थान की मौजूदा वेल्यू 200 मिलियन डॉलर की हो गई। वहीं वॉर्न को उम्मीद है कि अगले दो साल में यह दोगुणा होकर 400 मिलियन डॉलर पहुंच जाएगी।
आईपीएल सीजन के फाइनल मैच में राजस्थान का मुकाबला महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ हुई थी। सभी को यह उम्मीद थी कि सीएसके आईपीएल का खिताब जीतेगी लेकिन राजस्थान ने यूसुफ पठान के बेहतरीन ऑलराउंडर प्रदर्शन से फाइनल मैच में सीएसके को 3 विकेट से हराकर पहला खिताब अपने नाम कर लिया।