आज के जमाने में अपने बच्चों का नाम माता-पिता हटके रखना चाहते हैं ताकि उसे नए नाम से अगल पहचान मिले, लेकिन 15-20 साल पहले ये कॉन्सेप्ट अगल हुआ करता था। पहले के जमाने में माता-पिता अपने बच्चों का नाम प्रसिद्ध अदाकारों के नाम पर रखते थे ताकि उनके बच्चे भी आगे चलकर वैसा ही बड़ा आदमी बन सके। ऐसी ही कुछ कहानी चेन्नई में जनमें क्रिकेटर शाहरुख खान की है।
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तमिलनाडू से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले इस खिलाड़ी को हाल ही में आईपीएल नीलामी में पंजाब किंग्स की टीम ने 5.25 करोड़ रुपए की मोटी रकम में अपनी टीम में शामिल किया है। घरेलू क्रिकेट में अपनी आतिशी बल्लेबाजी से पहचान बनाने वाले शाहरुख ने हाल ही में अपने नाम के पीछे की कहानी बताई है।
इंडिया टीवी को दिए एक खास इंटरव्यू में शाहरुख ने बताया कि उनके नाम के पीछे की कहानी किंग्स खान की फिल्म बाजीगर से जुड़ी है।
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शाहरुख ने बताया "मेरी मम्मी की चचेरी बहने शाहरुख खान की बहुत बड़ी फैन थे, मैं 1995 में पैदा हुआ था और 1993 या 1994 में बाजीगर रिलीज हुआ था। वो शाहरुख खान के बहुत बड़े फैन थे तो उन्होंने मेरी मम्मी को फोर्स करके उन्होंने मेरा नाम रखवाया।"
इसके अलावा अपने खेल पर बात करते हुए शाहरुख ने कहा कि वह तमिलनाडु के लिए पिछले दो साल से फिनिशर की भूमिका निभा रहे हैं, वह इसी रोल को पंजाब के लिए भी अदा करना चाहते हैं।
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बता दें, पंजाब किंग्स को पिछले सीजन में अपने फिनिशर की कमी काफी महसूस हो रही थी। उपरी क्रम में उनके पास केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, क्रिस गेल और निकोलस पूरन जैसे धाकड़ बल्लेबाज थे, लेकिन मैक्सवेल उनके लिए मैच को खत्म नहीं कर पा रहे थे।
शाहरुख ने इस बारे में कहा "मैं तमिलनाडु के लिए दो साल से ये करता आ रहा हूं, तो मैं उस रोल को काफी अच्छे से निभा रहा हूं। मुझे लगता है कि पंजाब की टीम में भी मुझे यही रोल मिलेगा। लेकिन अभी तक कैंप शुरू नहीं हुआ है, एक बार कैंप शुरू होगा तो चीजें साफ होगी।"