क्रिकेट के मैदान पर तो हमने भारतीय पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और पाकिस्तान के हरफनमौला खिलाड़ी शाहिद अफरीदी के बीच आपसी गहमा-गहमी देखी है, लेकिन क्रिकेट के मैदान के बाहर भी ये दोनों खिलाड़ी एक दूसरे के खिलाफ तीखे बयान देते हुए नजर आते हैं। लेकिन हाल ही में पाकिस्तान के इस पूर्व खिलाड़ी ने नरम रुख अपनाया है और कहा है कि मैदान के बाहर हम सभी को अच्छा दोस्त होना चाहिए।
भारत के खिलाफ अकसर अफरीदी जहर उगलते रहते हैं। हाल ही में जब एक इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया कि आपको डर नहीं लगता कि आपके सोशल मीडिया फॉलोअर कम हो जाएंगे। इस पर अफरीदी ने कहा, 'हर व्यक्ति को हमेशा सच बोलना चाहिए, चाहे जो भी हो जाए। मुझे लगता है कि इंसानियत हर चीज से ऊपर है, यही वजह है कि मैं अपनी बात रखने से कभी हिचकिचाता नहीं हूं, भले वो भारत के बारे में हो।'
इस दौरान अफरीदी ने गौतम गंभीर के साथ 2007 में मैदान पर हुई नोकझोंक के बारे में भी बताया। अफरीदी ने कहा "इस तरह की चीजें क्रिकेट में होती रहती हैं, इसका असर आपकी रोजाना जिंदगी पर नहीं पड़ना चाहिए। हम सभी को मैदान के बाहर अच्छा दोस्त होना चाहिए।"
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हाल ही में अफरीदी ने कश्मीर मुद्दे पर बयान बाजी करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डरपोक बताया था जिसके बाद ट्विटर पर गंभीर ने अफरीदी को जमकर लताड़ लगाई थी।
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अफरीदी ने कश्मीर मुद्दे पर बात करते हुए कहा था "वैसे तो मोदी बहुत दिलेर बनने की कोशिश करते हैं, लेकिन हैं डरपोक आदमी। इतने छोटे से कश्मीर के लिए उन्होंने 7 लाख की फौज जमा की है जबकि पाकिस्तान की कुल फौज 7 लाख की है लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि उनके पीछे 22-23 करोड़ की फौज (पाकिस्तान की जनसंख्या) खड़ी है।"
जिसके जवाब में गंभीर ने ट्विट किया था "पाकिस्तान के पास 7 लाख फौजी हैं और 20 करोड़ लोग उनके पीछे खड़े हैं, ऐसा कहना है 16 साल के शख्स शाहिद अफरीदी का। फिर भी कश्मीर के लिए 70 साल से भीख मांग रहे हो। अफरीदी, इमरान और बाजवा जैसे जोकर भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के खिलाफ जहर ही उगल सकते हैं जिससे पाकिस्तान के लोगों का बेवकूफ बनाते रहें लेकिन फैसले के दिन तक कश्मीर नहीं मिलेगा! याद है ना बांग्लादेश?"