भारत के खिलाफ बयान बाजी करने के लिए मशहूर पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने इस बार भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जहर उगला है। शाहिद अफरीदी का कहना है कि भारत से रिश्ते खराब होने के पीछे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और वह जब तक सत्ता में हैं, भारत और पाकिस्तान क्रिकेट टीमों के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला का होना संभव नहीं होगा।
अफरीदी ने एक साक्षात्कार में कहा "मुझे नही लगता कि मोदी के सत्ता में रहते हमें भारत से कोई जवाब मिलेगा। हम अब उनकी (मोदी की) मानसिकता को समझ गए हैं। दोनों देशों की जनता ऐसा नहीं चाहती लेकिन एक आदमी दोनों देशों के रिश्तों को तबाह कर सकता है।"
इससे पहले भी अफरीदी कई बार भारत विरोधी बयान बाजी कर चुके हैं, हाल ही में उन्होंने एक टीवी कार्यक्रम के दौरान भारतीय सीरीयल का जिक्र करते हुए हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई थी। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने बताया था कि जब एक बार उनकी बेटी भारतीय सीरीयल देखकर आरती करने की एक्टिंग कर रही थी तो उन्होंने टीवी फोड़ दिया था।
भारत ही नहीं दुनियाभर की टीमें करते है पाकिस्तान में खेलने से परहेज
आतंकवाद को समर्थन देने की वजह से भारत पाकिस्तान से क्रिकेट नहीं खेलता है। बाकी सभी टीमें भी पाकिस्तान में फल-फूल रहे आंतवाद के डर से वहां का दौरा करने से कतराते हैं। पाकिस्तान में 2009 में श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर हुए आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सूखा पड़ा हुआ है।
दो टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले से तीसरे दिन जब टीम स्टेडियम की तरफ जा रही थी तभी बस पर आतंकियों ने रॉकेट लॉन्चर, बम और राइफल से हमला कर दिया था। इस हमले में टीम के 10 से ज्यादा खिलाड़ी बुरी तरह से घायल हो गए थे। घटना के बाद टीम श्रीलंका रवाना हो गई और फिर इसके बाद कभी पाकिस्तान का दौरा नहीं किया।
हालांकि अब कुछ देशों मे वहां क्रिकेट खेलने की सहमती दिखाई है, लेकिन अभी भी टीम के सीनियर खिलाड़ी वहां जाने से डरते हैं। श्रीलंका और बांग्लादेश ने पाकिस्तान में कुछ मैच खेले हैं जिसमें उनके सीनियर खिलाड़ी नहीं थे।