इंग्लैंड की सरजमीं पर डेब्यू टेस्ट में इतिहास रचने वाली भारतीय सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने दिखाय दिया है कि वह छोटी सी उम्र में भी बड़े-बड़े कारनामे कर सकती है। महज 17 साल की उम्र में इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में 96 रन की पारी खेलकर इस युवा खिलाड़ी ने 26 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है और वह अब डेब्यू टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गई है।
लिमिटेड ओवर क्रिकेट में शेफाली वर्मा के खेलने के अंदाज को देखने के बाद क्रिकेट के गलियारों में कई सवाल उठने लगे थे कि क्या ये युवा खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में टिक कर खेल पाएगी? शेफाली ने इस सभी को अपनी इस पारी से करारा जवाब दिया।
96 रन की अपनी इस पारी में शेफाली ने 13 चौके और 2 छक्के लगाए। मैच के बाद शेफाली ने अपनी पावर हिटिंग का राज खोलते हुए बताया कि वह अपने भाई के साथ छक्कों का कॉम्पीटीशन करती थी और इस कॉम्पीटीशन में जीतने वाले को उनके पिता इनाम देते थे।
बीसीसीआई वूमेन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेफाली वर्मा का एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वह भाई के साथ अपने कॉम्पीटीशन की बात करते हुए दिख रही है।
शेफाली ने कहा "मेरा भाई और मैं जब जाते थे तो हमारे बीच कॉम्पीटीशन होता था कि कौन ज्यादा छक्के मारेगा। जीतने वाले को 10-15 रुपए मिलते थे। उस 10-15 रुपए के इनाम के लिए मैं बहुत छक्के मारती थी। अगर मैं यहां अच्छा खेल पा रही हूं तो मैंने इसके लिए मेहनत की है अपनी हिटिंग पर।"
बता दें, दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 5 विकेट के नुकसान पर 187 रन बना लिए हैं। भारत अभी भी इंग्लैंड से 209 रन पीछे है। इससे पहले इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 396 रन पर घोषित की थी।