नई दिल्ली: BCCI के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर एक बार फिर मुश्किल में घर गए हैं। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने उनसे उनके उस बयान पर माफी मांगने को कहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अदालत का आदेश देश में क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था में सरकारी दखल देना है। कोर्ट ने ठाकुर से अपने उस बयान पर 'स्पष्ट तौर पर और बिना शर्त" माफी मांगने को कहा है।
जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए.एम खानविल्कर और जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने ठाकुर से अगली तारीख में कोर्ट में पेश होने को कहा है। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई आगामी शुक्रवार को रखी है। कोर्ट ने ठाकुर से स्पष्ट और बिना शर्त माफी मांगने को इसलिए कहा है क्योंकि पूर्व BCCI अध्यक्ष ने पहले जो मांफी मांगी थी वह बिना शर्त नहीं थी।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने लोढ़ा पैनल की सिफारिशों को ना मानने के कारण उन्हें अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। अनुराग ठाकुर पर झूठा हलफनामा दायर करने का आरोप था। सुप्रीम कोर्ट ने इस बार कहा है कि माफीनामे की भाषा एकदम स्पष्ट होना चाहिए और इसमें किसी तरह का गोलमोल नहीं होना चाहिए।